योगी बाबा की खुली कुंडली : 22 हजार विदेशियों को योग सिखा खरीदी करोड़ो की संपत्ति, पुलिस ने बाबा के सीए से मांगी इनकम डिटेल्स

राजनांदगांव। धर्मनगरी डॉगरगढ़ में योगाश्रम की आड़ में अनैतिक काम करने वाले योगी बाबा कांति तरुण अग्रवाल के खिलाफ पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पुलिस द्वारा रिमांड पर पूछताछ के दौरान आरोपी योगी बाबा ने स्वीकार किया है कि करीब 22 हजार विदेशियों को योगा प्रशिक्षक की ट्रेनिंग देकर उसने करीड़ी रूपए की संपत्ति अर्जित की है। वहीं एनजीओ से जुड़े सदस्यों से ी पूछताछ किए जाने पुलिस डिटेल निकाल रही है। सीडीआर से यह पता लगाया जा रहा हैं कि आखिर योगी बाबा के संपर्क में कौन-कौन था|

डॉगरगढ़ मैं योगाश्रम की स्थापना कर यौगी बाबा ने युवाओं और पर्यटकों को सैक्स टॉय से लैकर गांजा और उत्तेजक दवाइयां मुहैया कराना शुरू किया था। पुलिस ने प्रज्ञागिरी के समीप इस कथित आश्रम मैं छापामार कार्रवाई की। कार्रवाई में दी किलो गांजा के साथ-साथ सेक्स टाय भी बरामद हुआ है। पुलिस ने अब मामले की जांच तेज कर दी हैं। पुलिस की शुरू आती जांच में इस बात की पुष्टि हई है कि आरोपी यौगी बाबा कांति तरुण अग्रवाल 20 साल बाद गोवा से यहां लौटा था। गोवा में योगाश्रम का संचालन कर करीब 22 हजार विदेशियों को योगा का प्रशिक्षण देकर आरीपी ने विदेशों में नेटवर्क तैयार किया। कई विदेशों की यात्रा कर फंड भी जुटाया और फिर डॉगरगढ़ में  करोड़ों रुपए की जमीन की खरीदी की। आरोपी यहाँ चुनाव लड़ने की थी तैयारी कर रहा था। पुलिस ने एनजीओ से जुड़े सदस्यों से थी पूछताछ करने की तैयारी की है। बताया उता है कि पुलिस की एक टीम रीघ ही यहाँ से रवाना होने वाली है।

गोवा में लीज में था योगाश्रम

पुलिस सूत्रों की माने तो आरोपी योगी बाबा कांति तरुण अग्रवाल ने गोवा में लीज पर आधा एकड़ जमीन मैं योगाश्रम का संचालन किया। यहां सर्वसुविधायुक्त 32 कमरे बने थे। सूत्रों की माने तो 2030 तक लीज पर यह जमीन थी। इस बीच जमीन मालिक ने एक साल पहले ही यह परिसर खाली कराया था। योगी बाबा ने गोता के इस आश्रम को यहां डॉगरगढ़ में शिफ्ट करने की तैयारी की थी।

गोवा-डॉगरगढ़ के सीए तलब

पुलिस ने आरोपी की संपत्ति को खंगालने के लिए गोवा और डॉगरगढ़ के सीए को भी तलब किया है। गोवा से इंकम के सभी दस्तावेज मांगे गए है। पुलिस का कहना है कि एक दो दिनों के भीतर रिकार्ड मिल जाएगा।

खरीदी 40 एकड़ जमीन

20 साल बाद डॉगरगढ़ लौटते ही आरोपी योगी बाबा ने डॉगरगढ़ के प्रज्ञागिरी के समीप 40 एकड़ जमीन की खरीदी की। करोड़ों रुपए की इस जमीन में हीयोगाश्रम की स्थापना की तैयारी की जा रही थी। महाराष्ट्र के इंजीनियरों को इसका काम दिया गया था।

कई एंगल से जांच

राजनांदगांव एसपी मोहित गर्ग ने बताया कि, आरोपी ने अपने बयान में दस से अधिक एनजीओ से जुड़े होने का दावा किया है। पुलिस इस मामले मैं जांच कर रही है। आरोपी के पास इतनी संपत्ति कहां से आई, यह भी पता लगाया जा रहा है। पुलिस कई एंगल में जांच कर रही है।

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