संजय काम्प्लेक्स को संवारना पहली प्राथमिकता : सुरेश गोयल
राज्य सरकार से रायगढ़ शहर के विकास के लिंए मांगे 65 करोड रुपए से हुआ था चौड़ी करण

रायगढ़। शहर की यह जो चौड़ी- चौड़ी सड़कें, फ्लार्ड ओवर ब्रिज, गौरव पथ, नया ऑडिटोरियम, लाइब्रेरी और स्टेशन कॉम्प्लेक्स दिखता है। यह सुरेश गोयल के सभापति दौर में बना है। तब रायगढ़ कलेक्टर हुआ करते थे अमित कटारिया जिन्होंने नगर निगम सभापति के सहयोग से रायगढ़ को बेहतर बनाने की दिशा में काम किया। उस समय राज्य और शहर में भाजपा के डबल इंजन की सरकार थी तो सभापति सुरेश ने 65 करोड रुपए राज्य सरकार से रायगढ़ शहर के विकास को मांगें। राशि मिली तो शहर की सड़कों का चौड़ीकरण और शहर के बाहर जैसे अतरमुड़ा, इंदिरा विहार सर्किट हाउस की सड़कों को और चौड़ा करना सब सुरेश गोयल के कार्यकाल में ही संभव हो पाया। चौड़ीकरण याने सीघे तौर पर लोगों और व्यापारियों से बेर मोड़ लेना था पर शहर विकास के लिए तत्कालीन सभापति सुरेश गोयल ने सभी को समझाया और राजी किया। इस कारण इन्हें रायगढ़ विकास का ब्रांड माना जाता है और शहर का बेटा कहा जाता है। अब, एक बार फिर से सुरेश गोयल पार्षद चुनाव में खड़े हैं और लोगों से विकास के नाम पर वोट मांग रहे हैं । सुरेश बताते हैं कि समय के साथ वार्ड में अनावश्यक तारों के झुंड लगे हैं इसे हटाना है, वाहनों की तादाद बढ़ती जा रही है इसके मध्य नजर सड़कों को व्यवस्थित करना और संजय कंपलेक्स को संवारना इनकी पहली प्राथमिकता होगी। शहर सरकार अगर भाजपा की बनी तो ट्रिपल ड़ंजन की सरकार होगी। तब रायगढ़ का जो विकास होगा उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। जबकि रायगढ़ के लोगों ने मेरे सभापति कार्यकाल में हुए कार्यों को देखा है तब तो हमारी डबल इंजन की सरकार थी। वैसे भी मुख्यमंत्री ने स्वयं इस वार्ड में लोगों से अपील की है कि वह भाजपा को जिताएं, सुरेश गोयल को जिताएं और बाकी सब उन पर छोड़ दें। वे विकास में किसी भी का प्रकार की कमी नहीं होने देंगे।
अपने विकास के विजन के साथ सुरेश गोयल लगातार सघन जनसंपर्क कर रहे हैं। उन्हें लोग भर- भरकर आशीर्वाद दे रहे हैं और सुरेश से अपनी बात भी कर रहे हैं। सुरेश बड़ी विनम्नता पूर्वक बड़ों से जहां आशीर्वाद ले रहे हैं। वहीं छोटों से स्नेह प्राप्त कर रहे हैं।