खैरागढ़ : छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों से आये दिन समाज एवं ग्राम के लोगों के द्वारा किसी परिवार के सदस्यों के द्वारा छोटी से छोटी गलतियों पर उनका बहिष्कार कर परिवार का हुक्का पानी बंद कर देना जिले में आम बात हो गयी है.ये मामला खैरागढ़ जिले के ठेलकाडीह थाना क्षेत्र के ग्राम शिकारी टोला का है, जहां मिलनराम वर्मा थाना-ठेल्काडीह व तहसील व जिला खैरागढ़ का निवासी है, जिसे ग्राम एवं लोधी समाज के लोगों नें पुरे परिवार के सदस्यों का बहिष्कार करते हुए उनका गांव में हुक्का पानी बंद कर दिया है.
जिसकी शिकायत लेकर बुजुर्ग पिता अपने पत्नी एवं बड़े पुत्र मोतीलाल वर्मा के साथ खैरागढ़ पुलिस अधिक्षक कार्यालय पहुंचा हुआ था. पीड़ित परिवार के मुखिया नें बताया की उनके बड़े बेटे एवं गाँव के ही हेमंत सेन द्वारा आठ महीने पहले दोनों नें मिलकर शिकारी टोला निवासी हरदयाल सिन्हा के ट्रेक्टर ट्राली की चोरी की थी जिसका जुर्म उनके द्वारा कबूल भी किया गया था.
डेढ़ लाख रुपए नहीं देने पर सुनाया तुगलकी फरमान
जिसे बुजुर्ग पिता के द्वारा जमानत पर रिहा करवाया था जिसकी पेसी न्यायालय में आज भी चल रही है आपस में समझौता हुआ की ट्राली का कागजात लाना फिर जो भी खर्चा होगा उसको देने कि बात तय कि गई थी, अब ट्राली मालिक हरदयाल सिन्हा ट्राली के कागजात थाने में पेस नहीं कर पा रहा है. इसी बात को लेकर हरदयाल सिन्हा ग्रामीणों का सहारा लेकर ट्राली की कीमत 1,50,000/- रुपये देना करके परिवार पर जबरदस्ती दबाव बनाया गया. परिवार की आर्थिक स्थति खराब होने के कारण अर्थदण्ड देने से इंकार कर दिया जिसके कारण ग्रामीणों के द्वारा परिवार का हुक्का पानी ही बंद कराकर उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाने लगा है.
परिवार की स्थिति दयनीय
जिससे परिवार आज दयनीय स्थति है, परिवार के सदस्यों से गांव और समाज के किसी के भी द्वारा बात चित नहीं किया जा रहा है. गांव में तालाब है, जहां पर नहाने धोने से भी मना कर दिया गया है. किराना दुकान से बच्चों के लिये बिस्किट तक नहीं मिल पा रहा है, नाई, धोबी और अन्य दैनिक जीवन में सुविधा दि जाने वाली सुविधा लोधी परिवार के लिये पूरी तरह से बाधित कर दि गयी है. जिसके चलते आज पीड़ित बुजुर्ग को अपने परिवार सहित आत्महत्या करने के अलावा कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है. पीड़ित परिवार नें भविष्य में घटित घटना की पूरी जवाबदारी शीकारीटोला के समस्त ग्रामीण एवं जाति समाज एवं शासन प्रशासन कि होनें की लिखित पत्र में जिला एसपी को पत्र सौंपा है. पीड़ित परिवार नें समस्या को ध्यान में रखते हुए शीघ्र अतिशीघ्र निराकरण करने की फरियाद लगाई है ताकि परिवार फिर से अपनी खुशहाल जिन्दगी दोबारा से शुरू कर सके.