कांग्रेस में अमित जोगी की एंट्री पर फैसला बाकी, भाजपा ने ली चुटकी, कहा- उन्हें कांग्रेस में लेना दुर्भाग्य जनक

रायपुर : छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी और बेटे अमित जोगी ने कांग्रेस में शामिल होने के लिए पीसीसी चीफ दीपक बैज को पत्र लिखा है. इस मामले के बाद बिलासपुर में सियासत गर्म होती जा रही है. इस घटनाक्रम को लेकर भारतीय जनता पार्टी के विधायक सुशांत शुक्ला ने चुटकी ली है, उन्होंने कहा है कि पहले जिनकी पार्टी कांग्रेस के खिलाफ में थी अब वही लोग और उनकी पार्टी कांग्रेस में शामिल होने के लिए पत्राचार कर रहे हैं जो बेहद दुर्भाग्य जनक है|

विधायक सुशांत शुक्ला ने कहा कि यह कांग्रेस और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) के बीच का मामला है और कांग्रेस को यह तय करना है कि उन्हें पार्टी में वे लें या नहीं ले. इससे भारतीय जनता पार्टी की सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि छत्तीसगढ़ में विष्णु देव साय सरकार की सुशासन में बीजेपी विकास के कार्यों का पर्याय बन चुकी है यही वजह है कि कांग्रेस में अमित जोगी के शामिल होने का भारतीय जनता पार्टी पर कोई असर नहीं होगा.

हाई कमान तय करेगा सब, नतीजे पेंडिंग – कांग्रेस

दूसरी तरफ बिलासपुर के कांग्रेस प्रवक्ता ऋषि पांडे का कहना है कांग्रेस प्रजातंत्र को महत्व देने वाली पार्टी है यही कारण है कि किसी भी विचारधारा का व्यक्ति कांग्रेस ज्वाइन कर सकता है. इस सवाल पर कि जब से स्वर्गीय अजीत जोगी और अमित जोगी की पार्टी बनी है तब से कांग्रेस को नुकसान हो रहा है तो आखिर क्यों कांग्रेस उन्हें जगह डे इस जवाब में ऋषि पांडे ने कहा कि इसका फैसला हाई कमान करेगी. उन्होंने अमित और रेणु जोगी समेत उनकी पार्टी के कांग्रेस ज्वाइन का स्वागत भी किया है और यदि कांग्रेस या फैसला लेती है कि उन्हें कांग्रेस में शामिल नहीं किया जाएगा तो इसका भी स्वागत स्थानीय कांग्रेसियों ने किया है.

जोगी परिवार का धर्म और कर्म स्थल रहा बिलासपुर

बिलासपुर स्वर्गीय अजीत जोगी अमित जोगी और रेणु जोगी के लिए कर्म और धर्म स्थल रहा है। अविभाजित पेंड्रा गौरेला क्षेत्र में इस परिवार की खासी दखल है. पेंड्रा गौरेला सीट से पूर्व में अमित जोगी विधायक रह चुके हैं वही अमित जोगी की मां रेणु जोगी कोटा से विधायक रह चुकी है इसके अलावा एक वक्त ऐसा भी रहा है जब गुजरे साल के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के बराबर ही जेसीसी को आठ विधानसभा सीट में बराबर बराबर सीट मिली थी. यही कारण है कि विधानसभा चुनाव के दौरान उनकी पार्टी की सरकार बनने बिगड़ने में विशेष रूप से महत्व मानी जा रही है.

कांग्रेस ने नहीं लिया है फैसला

छत्तीसगढ़ में फिलहाल कांग्रेस पार्टी ने अमित, रेणु जोगी को कांग्रेस में शामिल करने का फैसला पेंडिंग में रखा है, लेकिन दूसरी पार्टियों की नजर भी इस फैसले पर टिकी हुई है क्योंकि कांग्रेस अमित जोगी को अपना आती है तो भी छत्तीसगढ़ की राजनीति में यह फैसला एक हलचल जैसा है और नहीं अपनाने पर भी यह बात बहुत दूर तलक जाने वाली है.

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