इंडियन एयरफोर्स (IAF) वर्तमान में गंभीर चुनौतियों का सामना कर रही है। 4.5 जेनरेशन वाले फाइटर जेट्स और पायलटों की कमी इसकी ऑपरेशनल क्षमता को प्रभावित कर रही है। 114 फाइटर जेट्स खरीदने की डील लंबे समय से पेंडिंग है। वहीं, तेजस जेट्स की डिलीवरी में देरी हो रही है। इन समस्याओं को हल करने के लिए सरकार ने एक हाई लेवल कमेटी का गठन किया है।
114 जेट्स की डील पूरी होने में देरी
इंडियन एयरफोर्स में एडवांस 4.5 जेनरेशन फाइटर जेट्स की भारी कमी है। सरकार ने 1.25 लाख करोड़ की लागत से 114 नए फाइटर जेट्स खरीदने का प्रोजेक्ट मंजूर किया था। इनमें से कुछ जेट्स विदेश से खरीदे जाने हैं, जबकि बाकी का निर्माण देश में किया जाएगा। यह प्रोजेक्ट लंबे समय से पेंडिंग है। विशेषज्ञों के अनुसार, इन जेट्स की तैनाती मुख्य रूप से चीनी सीमा पर की जाएगी। यह देरी इंडियन एयरफोर्स की ताकत को कमजोर कर रही है।