रायपुर : निवेशकों को रकम दोगुना करने का झांसा देकर 92.90 लाख रुपए की ठगी करने वाले ओडिशा की माइक्रो फाइनेंस चिटफंड कंपनी की 36 एकड़ जमीन कुर्क होगी। इस चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर दुर्गा प्रसाद मिश्रा के नाम पर पुराने धमतरी रोड स्थित ग्राम खिलोरा में जमीन है। जिला न्यायाधीश संतोष शर्मा के आदेश पर इस जमीन को कुर्क किया जाएगा। इसके साथ ही जमीन की नीलामी से मिली रकम ठगी के शिकार निवेशकों को वापस लौटाई जायेगी।
नौ साल पहले रातों-रात दफ्तर बंदकर फरार हुए थे ठग
लोक अभियोजक मनोज वर्मा ने बताया कि ओडिशा के भुवनेश्वर स्थित रसूलगढ़ से संचालित चिटफंड कंपनी माइक्रो फाइनेंस लिमिटेड ने बस्तर के आदिवासी बाहुल नगरनार में अपना दफ्तर खोला था। वहां स्थानीय निवासियों को छह वर्ष में रकम दोगुना करने का झांसा देकर पांच सौ रूपये से लेकर तीन हजार रुपए तक का निवेश करवाया। इसके बाद कंपनी के संचालक, डायेक्टर 2014 में अपना सामान समेटकर फरार हो गए। ठगी के बाद 123 निवेशकों ने स्थानीय नगरनार थाना में शिकायत दर्ज कराई। जहां आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी, ठगी और निक्षेपकों के हित संरक्षण अधिनियम के तहत जुर्म दर्ज किया।
इस दौरान पता चला कि रायपुर के पुराना धमतरी रोड स्थित सेजबहार से लगे ग्राम खिलोरा में चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर दुर्गा प्रसाद मिश्रा के नाम पर 36 एकड़ जमीन है। इसे चिन्हांकित करने के बाद जिला कलेक्टर को दस्तावेजी साक्ष्य भेजा गया था। कलेक्टर ने कुर्की का आदेश परित करने जिला न्यायालय को भेजा।इसके बाद जिला सत्र न्यायाधीश ने यह आदेश जारी कर दिया।
स्थानीय युवकों को बनाया था एजेंट
माइक्रो फाइनेंस लिमिटेड ने 2008 से स्थानीय युवकों को नौकरी पर रखा। उनके माध्यम से रकम दोगुना करने का प्रचार करवाने के साथ ही रकम का निवेश करवाया। निवेशकों को बताया कि ओडिशा, भुवनेश्वर स्थित रसूलगढ़ में कंपनी का मुख्यालय है। जितना ज्यादा रकम वह निवेश करेंगे उन्हें इसका लाभ मिलेगा, लेकिन मैच्योरिटी की तारीख आने के पहले ही वह दफ्तर में ताला लगाकर फरार हो गए। ठगी के शिकार लोगों की शिकायत दर्ज करने के बाद पुलिस ने चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर सहित अन्य सभी गिरफ्तार किया।