रायपुर : डीवी प्रोजेक्ट लिमिटेड कंपनी के डायरेक्टर की फोटो वाट्सएप में लगाकर सीएफओ से लाखों की ठगी करने वाले उत्तरप्रदेश के चार ठगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ठग ने इमरजेंसी बताकर ठगी की वारदात की थी। अज्ञात ठग ने दो बार में 55 लाख 55 हजार 311 रुपये की ठग लिए थे। ठगों ने महज एक घंटे में इस वारदात को अंजाम दिया था।
आरोपित देशभर में करोड़ों की ठगी कर चुके हैं। पुलिस ने प्रवीण ठाकुर निवासी ग्राम करन कुदरिया थाना मरसक जिला छपरा बिहार हाल पता बीजे रेसीडेंसी सेक्टर सदरपुर उत्तर प्रदेश, आदित्य कुमार शर्मा निवासी गोसिहाया थाना बढ़रिया जिला सिवान बिहार हाल पता बीजे रेसीडेंसी सदरपुर उत्तरप्रदेश, सलाउद्दीन शेख निवासी कोसांबी गोसाई जिला कुशीनगर उत्तर प्रदेश और धनंजय सिंह निवासी छत्रपुरा थाना भटपारी जिला देवरिया उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार किया गया है।
तेलीबांधा थाने में डीवी प्रोजेक्ट लिमिटेड के सीएफओ सतीश कुमार सरावगी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई। प्रार्थी ने बताया कि उसे कंपनी के खातों के संचालन के लिए अधिकृत किया गया है। प्रार्थी के नंबर में 14 सितंबर को वाट्सएप पर एक मैसेज आया है। इसमें कंपनी के डायरेक्टर दिनेश कुमार पटेल की फोटो लगी थी।
मैसेज में कहा गया कि 25 लाख 90 हजार 609 रुपये अमन कुमार शर्मा के एकाउंट में आरटीजीएस के माध्यम से पैसे का भुगतान करने का निर्देश दिया गया। जिसके बाद बताए गए अकाउंट पर पहली किस्त में अमन कुमार के खाते में 25 लाख 90 हजार 609 रुपये आरटीजीएस के माध्यम से खाते में डाल दिए गए। इसके बाद सैफुल हुसैन के खाते में 29 लाख 64 हजार 720 रुपये डाल दिए गए।
इंटरनेट से निकालते हैं बड़ी-बड़ी कंपनियों की जानकारी
रिपोर्ट के बाद नंबर का तकनीकी विश्लेषण करने के साथ ही जिन खातों में रकम स्थानांतरित किए गए थे, उन खातों के संबंध में भी संबंधित बैंकों से दस्तावेज व जानकारी प्राप्त की। आरोपितों को उत्तर प्रदेश के नोएडा में लोकेट किया गया। आरोपितों द्वारा उपयोग किए गए वाट्सएप नंबर फर्जी होने के साथ ही बैंक खातों के पते भी दूसरे स्थानों के थे। मोबाइल नंबर और खातों का उपयोग सिर्फ और सिर्फ ठगी की वारदात को कारित करने के लिए किया गया था। इस बीच पतासाजी करते हुए प्रकरण में आरोपित प्रवीण ठाकुर एवं आदित्य कुमार शर्मा को नोएडा से गिरफ्तार करने में सफलता मिली।
इंटरनेट मीडिया से बड़े-बड़े लाेगों की फोटो लगाकर वारदात को देते थे अंजाम
प्रवीण और आदित्य से उसके साथी सलाउद्दीन शेख, धनंजय सिंह, बिलाल अंसारी एवं फैयाज अंसारी के साथ मिलकर प्रार्थी के साथ लाखों रुपये की ठगी की उक्त घटना को कारित करना बताया। जिसपर टीम ने सभी को गिरफ्तार किया। प्रकरण में संलिप्त आरोपित बिलाल अंसारी और फैयाज अंसारी उर्फ कामरान को मुंबई पुलिस द्वारा पूर्व में अपने प्रकरण में गिरफ्तार किया जा चुका है। इस प्रकरण में भी राययुर पुलिस द्वारा दोनों आरोपियों की गिरफ्तार की जाएगी। आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि वह इंटरनेट मीडिया से बड़े-बड़े लाेगों की फोटो निकालते थे। इसके बाद वाट्स्एप में डीपी लगाकर वारदात करते हैं।
यह किया गया जब्त
चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से घटना से संबंधित चार मोबाइल फोन, चार सिम एवं एक चेकबुक जब्त किया गया। इसके अलावा आरोपितों के बैंक खाते में घटना से संबंधित चार लाख 50 हजार रुपये को होल्ड किया गया है। आरोपित प्रवीण ठाकुर और आदित्य कुमार शर्मा को नोएडा उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर ट्रांजिस्ट रिमांड पर रायपुर लाया गया है। वहीं सलाउद्दीन शेख एवं धनंजय सिंह को कुशीनगर उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर ट्रांजिस्ट रिमांड पर लाया गया।