बिलासपुर : जिले के हिस्ट्रीशीटर कांग्रेस नेता संजू त्रिपाठी हत्याकांड के 90 दिन पूरे हो गए हैं। शुक्रवार को पुलिस ने करीब 1500 पेज का चालान पेश कर दिया है, जिसमें 19 आरोपियों की गिरफ्तारी बताई गई है और पांच शूटर्स फरार बताए गए हैं। इस चर्चित मर्डर केस में पुलिस न तो शूटर्स को पकड़ पाई है और न ही वारदात में इस्तेमाल पिस्टल बरामद हो सका है। कानून के जानकारों क कहना है कि इसका फायदा ट्रायल में आरोपियों को मिल सकता है।
संजू के ना शूटर पकडाए ना ही पिस्टल
संजू त्रिपाठी की हत्या की साजिश उसके भाई कपिल त्रिपाठी ने रची थी। पुलिस का दावा है कि उसने उत्तर प्रदेश के शूटर्स को हत्या की सुपारी दी थी। जांच में शूटर्स की पहचान हो गई है। इसी कड़ी में शूटर्स ग्रुप के सदस्य यूपी के चंदौली जिले के मुगलसराय में रहने वाले प्रसीन गुप्ता पिता प्रमोद गुप्ता (27) को लखनऊ एटीएस के माध्यम से एक माह पहले पकड़ा गया था।
उसने पूछताछ में बताया था कि पांच-छह महीने पहले बनारस निवासी विनय द्विवेदी उर्फ गुरुजी उर्फ वासू से मुलाकात हुई थी। तब विनय द्विवेदी ने बोला था कि बिलासपुर जाकर एक काम करना है, जिसके बदले में एक लाख रुपए मिलेगा। वह पैसों की लालच में आकर 9 दिसंबर को विनय द्विवेदी के साथ बनारस से बस में बैठकर बिलासपुर आ गया था।
कपिल के कहने पर प्रेम ने शूटर्स से किया था संपर्क
पुलिस के अनुसार कपिल त्रिपाठी ने हत्या के इस साजिश में अपने दोस्त प्रेम श्रीवास को शामिल किया था। सुमित ने ही उत्तरप्रदेश के शूटर्स से संपर्क किया था और हत्या की सुपारी दी थी। ताकि, कपिल का नाम सीधे तौर पर सामने न आ पाए।
अब तक 19 आरोपियों की गिरफ्तारी
पुलिस ने इस केस में कपिल त्रिपाठी के साथ ही उसके पिता जयनारायण त्रिपाठी, पत्नी सुचित्रा त्रिपाठी, मुंह बोली बहन कल्याणी, जीजा भरत तिवारी आशीष तिवारी, रवि तिवारी रिश्तेदार और उसके सहयोगी दोस्तों में प्रेम श्रीवास, सुमीत निर्मलकर, अमन गुप्ता, राजेंद्र सिंह ठाकुर के साथ ही उत्तरप्रदेश के वाराणसी के चौबेपुर क्षेत्र के ग्राम कमौली निवासी सावन पाठक (22), उत्तरप्रदेश बनारस के अभिषेक मिश्रा व हथियार सप्लायर समेत 19 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।