चीन में कोरोना महामारी काबू से बाहर हो गई है। पड़ोसी देश ने अपने यहां बिगड़ चुके हालात को दुनिया से छुपाने की पूरी कोशिश की, लेकिन दबाव बड़ा तो सच्चाई सामने लाना पड़ी। चीन से मिली ताजा जानकारी चिंता बढ़ाने वाली है। सूचना के मुताबिक, चीन में चीन से लगातार लोग मर रहे हैं। 13 जनवरी से लेकर 19 जनवरी के हफ्ते में 13,000 मरीजों ने दम तोड़ा है।
चीन की 80 प्रतिशत आबादी कोरोना संक्रमित
इस बीच, चीन के एक प्रमुख वैज्ञानिक ने कहा कि चीन की 80 प्रतिशत आबादी कोरोना से संक्रमित हो गई है। अगले दो से तीन महीनों में कोरोना का प्रकोप और बढ़ने की आशंका है। चाइना सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुख्य महामारी विज्ञानी वू जुनयू ने इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर कहा कि चीन में इस समय नववर्ष की छुट्टियां चल रही हैं।
चीन में लाखों लोग अपने स्वजन से मिलने के लिए यात्रा कर रहे हैं। लोगों की आवाजाही से महामारी और फैल सकती है। ग्रामीण इलाकों में अधिक खतरा है, क्योंकि यहां कोरोना से निपटने के लिए संसाधनों की कमी है। इस बीच, भारत में कोरोना के खिलाफ सफल लड़ाई जारी है। ताजा खबर भारत बायोटेक की नेजल कोविड-19 वैक्सीन को लेकर है। iNCOVACC नाम से जानी जाने वाली भारत बायोटेक की नेजल कोविड-19 वैक्सीन की बिक्री 26 जनवरी से शुरू हो सकती है।
भारत सरकार ने 23 दिसंबर 2022 को कंपनी की नेजल वैक्सीन को मंजूरी दी थी। केंद्र और राज्य सरकारों की बड़ी खरीद के लिए नेजल वैक्सीन की कीमत 325 रुपये प्रति खुराक रखी गई है, जबकि निजी टीकाकरण केंद्रों में यह वैक्सीन 800 रुपये में उपलब्ध होगी।
कांग्रेस ने बनाया था विदेशी कोरोना वैक्सीन के लिए दबाव : चंद्रशेखर
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने आरोप लगाया कि कोरोना महामारी फैलने के बाद कांग्रेस ने विदेशी टीकों के लिए दबाव बनाया था। इसके बाद विपक्षी दल के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया।
चंद्रशेखर ने फाइजर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एल्बर्ट बोरला की दावोस में एक पत्रकार के साथ बातचीत का एक वीडियो टैग करते हुए ट्वीट किया कि दवा कंपनी ने क्षतिपूर्ति की शर्तों को स्वीकार करने के लिए भारत सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश की और कांग्रेस के तीन नेताओं राहुल, पी चिदंबरम और जयराम रमेश कोरोना के दौरान विदेशी टीकों के लिए दबाव बनाते रहे।
इसके जवाब में रमेश ने ट्वीट करके चंद्रशेखर से कहा कि उन्हें अपनी महत्वाकांक्षा के कारण झूठ नहीं बोलना चाहिए। उन्होंने कहा, राजीव चंद्रशेखर जी, इंटरनेट मीडिया के नियमन की जिम्मेदारी संभालने वाले मंत्री के तौर पर आप मेरे और मेरे सहयोगी पी चिदंबरम के खिलाफ झूठ फैलाने के लिए इसका घोर दुरुपयोग कर रहे हैं।