रायपुर। बारहवीं कक्षा में आईटीआई विषय चुनने वाले छात्रों के लिए हाई स्कूल बोर्ड अलग से प्रश्न पत्र तैयार करेगा। जिन छात्रों ने आईटीआई को एक विषय के रूप में चुना है, उनसे अन्य विषयों के पाठ्यक्रम के केवल 70% प्रश्न पूछे जाएंगे। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि छात्र पेशेवर पाठ्यक्रम के रूप में चुने गए विषय पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित कर सकें। माशिम ने सत्र 2021-22 में ग्यारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए आईटीआई कोर्स शुरू किया है। ये छात्र इस साल 12वीं की परीक्षा देंगे।
इस तरह आईटीआई का पहला बैच मार्च 2023 में होने वाली 12वीं की वार्षिक परीक्षा में शामिल होगा। प्रदेश के 146 स्कूलों में आईटीआई के पाठ्यक्रम संचालित हैं। वहां करीब दो हजार छात्र पढ़ते हैं। केवल इन छात्रों को ही यह डिवाइस मिलेगी। आईटीआई के तहत छात्रों में डिजिटल मार्केटिंग, ऑटोमोटिव, हेल्थकेयर, कृषि, मीडिया और मनोरंजन, दूरसंचार, बैंकिंग, वित्त जैसे विषय शामिल हैं। जिसका अध्ययन करने के बाद छात्र व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।
केवल 15 विषयों में अपवाद
10वीं कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद छात्रों को 11वीं कक्षा में स्ट्रीम का चयन करना होता है। दो भाषा विषय हिंदी, अंग्रेजी या कोई अन्य भाषा अनिवार्य है। छात्रों को दो भाषा विषयों में से एक के बजाय आईटीआई विषय चुनने की आजादी दी गई। केवल 15 विषयों के लिए 70 प्रतिशत सिलेबस का नियम दिया गया था। कला, वाणिज्य और विज्ञान संकाय के 15 विषयों में 30 प्रतिशत पाठ्यक्रम लागू किया गया था। शेष विषयों के छात्रों को पूरा पाठ्यक्रम पढ़ना होगा।
कोरोना काल के दौरान
जो कोर्स कोरोना काल में लागू किए गए थे, वे आईटीआई के विद्यार्थियों के लिए ही लागू होंगे। आईटीआई विषय की परीक्षा आईटीआई माना द्वारा आयोजित की जाएगी। परीक्षा देने के बाद, वे छात्रों के ग्रेड माशिमा को सौंप देते हैं। फिर माशिम अंतिम परिणाम तैयार करता है।
आईटीआई छात्रों को पाठ्यक्रम में छूट देने का निर्णय पहले ही लिया जा चुका है। सत्र शुरू होते ही स्कूलों को सूचना दे दी गई। आदेश भी जारी किया था।