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हमास के साथ सीजफायर के लिए क्यों तैयार हुआ इजरायल, इस डील के पीछे कौन? 10 बड़े अपडेट्स

hamas-ijraail deal

कतर : इजरायल-हमास की जंग के बीच पहली बार सीजफायर की घोषणा की गई है। कतर ने चार दिवसीय युद्धविराम की पुष्टि की है। सीजफायर के शुरू होने की घोषणा एक दिन के भीतर की जाएगी।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इजरायली सरकार ने इन चार दिनों के दौरान हमास द्वारा बंधक बनाए गए 50 बंधकों की रिहाई के लिए समझौते की घोषणा की है, जिसमें सभी महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। इन 4 दिनों के दौरान इजरायल और हमास के बीच की जंग रुकी रहने की संभावना है।

50 बंधकों में कौन-कौन शामिल?

टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, 50 बंधकों में 30 बच्चे, 12 महिलाएं और 8 माताएं शामिल हैं। बता दें कि प्रति दिन 12 से 13 बंधकों के समूह को रिहा किया जाएगा। वहीं, समझौते के तहत इजरायली जेलों में बंद 150 फलिस्तीनी महिलाओं और बच्चों को भी रिहा किया जाएगा।

इजरायल कैबिनेट ने दी सीजफायर को मंजूरी

इस समझौते पर इजरायली सरकार का पूरा बयान भी सामने आया है। इसमें कहा गया है कि ‘इजरायल सरकार सभी बंधकों को घर लौटाने के लिए बाध्य है। सरकार ने सीजफायर के पहले चरण की रूपरेखा को मंजूरी दे दी है। इसके तहत इन चार दिनों में कम से कम 50 बंधकों – महिलाओं और बच्चों को रिहा किया जाएगा। इस दौरान लड़ाई पर विराम रहेगा।’ टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 30 और बंधकों को रिहा किया जा सकता है और लड़ाई में विराम को बढ़ाने की आशंका है।

इस डील के पीछे कतर और मिस्र?

अमेरिका ने 50 बंधकों की रिहाई का स्वागत किया है। अमेरिकी सचिव एंटनी ब्लिंकन ने इस डील के पीछे कतर और मिस्र की साझेदारी का भी स्वागत किया है। उन्होंने X(पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट लिखा, ‘हम गाजा में कैद से अमेरिकियों सहित 50 बंधकों की रिहाई का स्वागत करते हैं। कतर और मिस्र को उनकी साझेदारी के लिए धन्यवाद देता हूं और मानवीय विराम के लिए इजरायल के समर्थन की सराहना करता हूं जो गाजा में फिलिस्तीनियों तक अतिरिक्त मानवीय सहायता पहुंचाने की अनुमति देगा’

इस 4 दिन के सीजफायर का क्या है मतलब?

इस समझौते को औपचारिक रूप से जनता के लिए जारी नहीं की गई है, लेकिन इजरायली सरकार के एक अधिकारी ने मगंलवार को संवाददाताओं को बताया कि इस समझौते से 50 जीवित इजरायली नागरिकों, ज्यादातर महिलाओं और बच्चों की रिहाई की उम्मीद है।

बदले में, इजरायल युद्ध शुरू होने के बाद पहली बार कम से कम चार दिनों के लिए युद्धविराम पर सहमत हुआ है। इस बीच इजरायल फलिस्तीनी महिलाओं और नाबालिगों को जेल से रिहा करने और उन्हें वेस्ट बैंक और पूर्वी यरुशलम में अपने घरों में लौटने पर भी सहमत हुआ। हमास के बयान में कहा गया है कि इस समझौते का उद्देश्य नागरिकों की सेवा करना और आक्रामकता के सामने उनकी दृढ़ता को बढ़ाना है।

सीजफायर होगा, लेकिन जंग रुकेगी नहीं

समझौते के बीच प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि इन 4 दिनों के डील का मतलब यह नहीं है कि युद्ध रुक जाएगा। नेतन्याहू ने प्रतिज्ञा की कि सीजफायर के बाद भी इजरायली सेना आगे बढ़ेगी और जीत हासिल करेगी। बता दें कि इंडोनेशियाई अस्पताल के आसपास और एन्क्लेव के दक्षिण में खान यूनिस सहित पूरे गाजा में इजरायली बमबारी रात भर जारी रही। 7 अक्टूबर से गाजा में 14,100 से अधिक लोग मारे गए हैं। इजरायल में, हमास के हमलों से मरने वालों की आधिकारिक संख्या लगभग 1,200 है।

गाजा में अतिरिक्त ईंधन भी देगा इजरायल

इजरायल गाजा में अतिरिक्त ईंधन के साथ-साथ महत्वपूर्ण मात्रा में मानवीय सहायता की अनुमति देने पर भी सहमत हुआ। हमास ने कहा कि युद्धविराम के हिस्से के रूप में, इजरायल दक्षिणी गाजा पर ड्रोन उड़ानें रोक देगा और उन्हें केवल दिन में छह घंटे, सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे के बीच, गाजा के उत्तर में ले जाएगा।

अमेरिका समेत रूस ने किया डील का स्वागत

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के समझौते का स्वागत किया है। बाइडन ने कहा कि समझौते से अतिरिक्त अमेरिकी बंधकों को भी घर लाया जाना चाहिए। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘आज के समझौते से अतिरिक्त अमेरिकी बंधकों को घर लाया जाना चाहिए और जब तक वे सभी रिहा नहीं हो जाते, मैं नहीं रुकूंगा।’

वहीं, रूस ने भी इजरायल-हमास युद्धविराम समझौते का स्वागत किया। आरआईए समाचार एजेंसी ने बुधवार को रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया के हवाले से कहा कि रुस इजरायल और हमास के बीच मानवीय युद्धविराम समझौते का स्वागत करता है।

इजरायली जेलों में बंद कितने फलिस्तीनी?

टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक, हमास ने कहा है कि इजरायली जेलों में बंद 150 फिलिस्तीनी महिलाओं और बच्चों को इस समझौते के तहत रिहा किया जाएगा। 7 अक्टूबर से पहले, इजरायली जेलों में लगभग 5, 200 फलिस्तीनी थे। तब से, इजरायल बलों ने कब्जे वाले वेस्ट बैंक और पूर्वी यरुशलम पर छापेमारी के दौरान कम से कम 3,000 से अधिक फलिस्तीनियों को गिरफ्तार किया है।अधिकार और निगरानी समूहों के अनुसार, उनमें से कम से कम 145 बच्चे, 95 महिलाएं हैं और कम से कम 37 पत्रकार शामिल हैं।

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