कौन था गौतम उर्फ सुधाकर…? जिसके एनकाउंटर से नक्सली आए घुटनों पर

रायपुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। गुरुवार को हुई मुठभेड़ में एक बड़े माओवादी नेता गौतम उर्फ सुधाकर मारा गया। गौतम, सीपीआई (माओवादी)के एक वरिष्ठ सेंट्रल कमेटी मेंबर (सीसीएम) था। उस पर 40 लाख रुपये का इनाम था। पुलिस के अनुसार गौतम कई हिंसक घटनाओं में शामिल था। इन घटनाओं में कई निर्दोष आदिवासी नागरिक और सुरक्षाकर्मी मारे गए थे। वह माओवादी विचारधारा प्रशिक्षण स्कूल का प्रभारी भी था। पुलिस का कहना है कि वह युवाओं को गुमराह कर रहा था और उन्हें हिंसक और राष्ट्र विरोधी विचारधाराओं के लिए उकसा रहा था।
गौतम की मौत सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी जीत है। यह माओवादी नेतृत्व के लिए एक बड़ा झटका है, खासकर दंडकारण्य क्षेत्र में। बस्तर पुलिस के अनुसार इससे प्रतिबंधित माओवादी संगठन कमजोर होगा। गौतम पर इनाम की राशि बढ़ सकती है। क्योंकि पड़ोसी राज्यों की पुलिस अभी भी जानकारी जुटा रही है।
भारी मात्रा मिली में विस्फोटक सामग्री
छत्तीसगढ़ पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र के जंगल में हुई। सुरक्षा बलों की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर थी। उन्हें सूचना मिली थी कि इलाके में कुछ बड़े माओवादी नेता मौजूद हैं। तलाशी के दौरान एक एके-47 राइफल और भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए।
माओवादी संगठन के लिए बड़ा झटका
21 मई 2025 को सीपीआई माओवादी के महासचिव बसवराजू के मारे जाने के बाद, यह प्रतिबंधित माओवादी संगठन के लिए एक और बड़ा झटका है। एसटीएफ डीआरजी और कोबरा की एक संयुक्त टीम ने बीजापुर जिले के राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया। बस्तर पुलिस ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि 2025 में अब तक बस्तर रेंज में 186 माओवादी कैडरों के शव बरामद किए गए हैं।
यहां छुपा था सुधाकर
खुफिया जानकारी से पता चला था कि सीसीएम गौतम उर्फ सुधाकर तेलंगाना राज्य समिति के सदस्य बंदी प्रकाश दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के सदस्य पप्पा राव और कई अन्य सशस्त्र माओवादी कैडर इलाके में मौजूद हैं।