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ये कैसा जुल्म, K-POP शो देखने पर 16 साल के दो किशोरों को हुई 12 साल की कड़ी सजा; 1 हजार छात्रों के सामने पहनाई हथकड़ी

uttar koriya

प्योंगयांग। उत्तर कोरिया में के-पॉप (K-pop) देखने के आरोप में दो किशोरों को 12 साल की कड़ी सजा सुनाई गई है। दक्षिण और उत्तर विकास (SAND) संस्थान द्वारा एक वीडियो फुटेज भी जारी किया गया है जिसमें प्योंगयांग में 16 साल के दो बच्चों को सार्वजनिक सजा सुनाई जा रही है।

हालांकि, समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने फुटेज को स्वतंत्र रूप से अब तक सत्यापित नहीं किया है। बता दें कि दोनों किशोरों पर दक्षिण कोरियाई फिल्में और संगीत वीडियो देखने का दोषी ठहराया गया है।

K-POP शो देखना पड़ेगा भारी

जानकारी के लिए बता दें कि 2020 में नया ‘प्रतिक्रिया-विरोधी विचार’ कानून लागू किया गया था। इस कानून के मुताबिक, उत्तर कोरिया में अगर कोई भी साउथ कोरिया शो और फिल्में देखते हुए पकड़ा जाता है तो उसे कड़ी सजा दी जाती है। इसके अलावा दक्षिण कोरियाई लोगों के बोलने के तरीके की नकल करना भी उत्तर कोरियाई लोगों के लिए भारी पड़ सकता है।

1 हजार छात्रों के सामने सुनाई गई सजा

16 साल के किशोरों को कड़ी सजा सुनाना एक तरीके से पूरे उत्तर कोरिया के लोगों के लिए कड़ी चेतावनी साबित हुई है। SAND के अध्यक्ष और टोक्यो विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान के डॉक्टर चोई क्योंग-हुई ने कहा कि ऐसा लगता है कि दक्षिण कोरियाई संस्कृति उत्तर कोरियाई समाज में काफी प्रचलित है। उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया में युवाओं ने अपने सोचने का तरीका बदल दिया है।

पहनाई गई हथकड़ी

उत्तर कोरियाई अधिकारियों द्वारा बनाए गए वीडियो में एक बड़े सार्वजनिक स्थल पर ग्रे स्क्रब पहने दो छात्रों को हथकड़ी लगाई गई है, जबकि एक एम्फीथिएटर में लगभग 1,000 छात्र उन्हें देख रहे थे। दो 16-वर्षीय बच्चों सहित सभी छात्रों ने फेस मास्क पहने हुए थे, जिससे पता चलता है कि फुटेज को कोविड महामारी के दौरान शूट किया गया था। वीडियो के अनुसार, छात्रों को तीन महीने तक दक्षिण कोरियाई फिल्में, संगीत और संगीत वीडियो देखने और फैलाने का दोषी ठहराए जाने के बाद सजा सुनाई गई।

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