सनातन धर्म में तुलसी की माला को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी का वास होता है। तुलसी ठाकुर जी को सबसे प्रिय होती है। यह तो हम शास्त्रों के अनुसार भगवान विष्णु ने देवी तुलसी को वरदान दिया था कि वह सुख समृद्धि प्रदान करने वाली देवी कहलाएंगी और साल में एक बार शालिग्राम और तुलसी का विवाह भी होगा। तुलसी के महत्व के बारे में तो आपने कई बार सुना होगा। लेकिन आज हम आपको इसके महत्व एवं नियम बताएंगे। मान्यता है कि तुलसी की माला पहनने से सभी कष्टों का निवारण होता है।
तुलसी की माला से जुड़ी आवश्यक बातें
- तुलसी की माला पहनने से पहले उसे गंगाजल से धो लेना चाहिए और सूखने के बाद ही धारण करना चाहिए।
- जो लोग तुलसी की माला धारण करते हैं उन्हें रोजाना जाप करना होता है. इससे भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है।
- महिलाओं को प्रसव काल में तुलसी की माला धारण नहीं करना चाहिए।
- मासिक चक्र के दौरान भी तुलसी की माला धारण नहीं करना चाहिए।
- तुलसी की माला धारण करने वाले लोगों को प्रतिदिन भगवान श्री हरि विष्णु के नाम का जाप करना चाहिए।
6.तुलसी की माला धारण करने वाले लोगों को मांसाहार और मदिरापान नहीं करना चाहिए।
7.तुलसी की माला धारण करने से आपको कई रोगों से मुक्ति मिलती है।