Site icon khabriram

दामाद ने शादी में मोटरसाइकिल क्या मांगी, सुसर जी ने सबके सामने चप्पलों से पीट दिया!

दहेज एक सामाजिक बुराई है जिसके कारण कई बार महिलओं को हाशिए पर धकेल दिया जाता है, उनके साथ घरेलू हिंसा होती है और कई बार तो मौत भी हो जाती है। दहेज शादी के समय दुल्हन के ससुराल पक्ष को लड़की के परिवार द्वारा नकद या वस्तु के रूप में किया जाने वाला भुगतान है। आज सरकार न केवल दहेज प्रथा को मिटाने के लिए बल्कि बालिकाओं की स्थिति के उत्थान के लिये कई कानून (दहेज निषेध अधिनियम 1961) और योजनाओं द्वारा सुधार हेतु प्रयासरत है।

हालांकि, आज भी दहेज़ से जुड़े मामले सामने आते रहते हैं। ऐसे में लोगों को दहेज ना लेने और ना ही देने को लेकर जागरूक करने के लिए कई तरह के कदम उठाए जा रहे हैं जिनमें कुछ तरीके गंभीर और तो हंसी मजाक वाले भी होते हैं! सोशल मीडिया पर एक क्लिप वायरल हो रहा है, जिसमें कथिक तौर पर दूल्हे द्वारा मोटरसाइकिल की मांग पर ससुर उसकी चप्पलों से पिटाई करते नजर आ रहे हैं। कुछ इसे रियल बता रहे हैं, तो कुछ स्क्रिप्टेड।

यहां देखें वायरल वीडियो…

 

क्या है इस वायरल वीडियो में?

इस वीडियो को पूर्व आईपीएस अधिकारी (@ipsvijrk) ने साझा करते हुए लिखा – दहेज का विरोध करें, परन्तु इस तरीक़े का समर्थन नहीं! इस क्लिप में हम देख सकते हैं कि एक बुजुर्ग शख्स दूल्हे का गिरेबान पकड़े उसे चप्पल दिखा रहा है। एक प्वाइंट के बाद तो वह उसे चप्पल से पीट भी देता है। इसके साथ ही वह कहते सुनाई देता है कि हम जमीन बेच के तुमको मोटरसाइकिल दिलाए…। इस बीच कुछ अन्य लोग भी आ जाते हैं, और महिलाएं पारंपरिक गीत गाने लगती है। इसके बाद दूल्हा, दुल्हन का हाथ पकड़कर आगे बढ़ने लगता है।

कुछ लोगों ने कहा कि यह कॉमेडी वीडियो है!

असल में इस क्लिप को ट्विटर यूजर @ManojPamar ने 8 मई को पोस्ट किया था। उन्होंने कैप्शन में लिखा – वाह ससुर जी… दामाद जी ने मोटरसाइकिल क्या मांगी, पिल पड़े चप्पल उतारकर… आनंद लीजिए पर दहेज नहीं। इस वीडियो को न्यूज लिखे जाने तक 13 हजार से अधिक लाइक्स और 180 लाइक्स मिल चुके हैं। वहीं तमाम यूजर्स ने इस पर प्रतिक्रिया दी है। एक शख्स ने लिखा – यह असली नहीं है, यह रील कॉमेडी है। वहीं कुछ ने लिखा कि दहेज मांगने वालों का यही हाल होता है। इसी तरह से कई यूजर्स ने मजाकिया कमेंट किए, तो कुछ ने इसे स्क्रिप्टेड या कॉमेडी विडियो बताया।

Exit mobile version