क्या शहर क्या गांव…देश में हर तरफ पसरी पड़ी है बेरोजगारी, मार्च में इतनी बढ़ी

नईदिल्ली। इस समय देश में क्या शहरों को देखें और क्या ही देखें गांवों को… हर जगह कमोबेश एक जैसा ही हाल है बेरोजगारी का. यूं तो मार्च 2023 में देश की बेरोजगारी दर 3 महीने के हाई लेवल पर चली गई है. लेकिन शहर और गांव में बांटकर देखने पर पता चलता है कि शहरों इलाकों में ये 8 प्रतिशत से ज्यादा तो ग्रामीण इलाकों में 7 प्रतिशत से अधिक रही है.
लेबर मार्केट से जुड़े आंकड़े जुटाने वाली संस्था ‘सेंटर फॉर मॉनिटरिंग ऑफ इंडियन इकॉनमी’ (सीएमआईई) का कहना है कि मार्च में बेरोजगारी दर 7.8 प्रतिशत रही है. बेरोजगारी दर के मामले में ये बीते 3 महीने का उच्चस्तर है.
शहर और गांव में बेरोजगारी
सीएमआईई का कहना है कि मार्च 2023 में शहरी इलाकों में बेरोजगारी की दर 8.4 प्रतिशत रही है. जबकि जबकि ग्रामीण इलाकों में ये 7.5 प्रतिशत रही है. रिपोर्ट में कहा गया है कि मार्च में देश के भीतर रोजगार की हालत खराब हुई है. जबकि जनवरी और फरवरी में इसमें थोड़ा सुधार देखा गया था.
देश में बेरोजगारी दर दिसंबर 2022 में 8.30 प्रतिशत पर पहुंच गई थी. फिर उसके बाद जनवरी इसमें दिसंबर के मुकाबले गिरावट देखी गई, और ये 7.14 प्रतिशत पर आ गई. इसके बाद फरवरी में ये फिर बढ़ने लगी और 7.45 प्रतिशत पर पहुंच गई.
सीएमआईई के प्रबंध निदेशक महेश व्यास का कहना है, ”मार्च 2023 में देश के अंदर लेबर मार्केट की स्थिति और खराब हो गई है. बेरोजगारी दर फरवरी के 7.5 प्रतिशत से बढ़कर मार्च में 7.8 प्रतिशत हो गई है.”
राज्यों में हरियाणा रहा टॉप पर
अगर राज्यों के आधार पर बेरोजगारी के आंकड़ों को देखें तो सबसे अव्वल नंबर पर हरियाणा रहा है. यहां मार्च में बेरोजगारी दर 26.8 प्रतिशत रहीं है. जबकि लिस्ट में दूसरे नंबर पर राजस्थान है जहां बेरोजगारी की दर 26.4 प्रतिशत रही है. इसी तरह जम्मू-कश्मीर में बेरोजगारी दर 23.1 प्रतिशत, सिक्किम में 20.7 प्रतिशत, बिहार में 17.6 प्रतिशत और झारखंड में 17.5 प्रतिशत है.
सबसे कम बेरोजगारी दर के मामले में उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ अव्वल रहे हैं. इन दोनों ही राज्यों में बेरोजगारी दर 0.8 प्रतिशत रही है. जबकि पुडुचेरी में 1.5 प्रतिशत, गुजरात में 1.8 प्रतिशत, कर्नाटक में 2.3 प्रतिशत और मेघालय व ओडिशा में 2.6-2.6 प्रतिशत की बेरोजगारी दर रही है.