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रूस के खिलाफ सीधी लड़ाई में उतरे पश्चिमी देश’, सर्गेई लावरोव बोले- यूक्रेन के लोगों का कर रहे इस्तेमाल

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संयुक्त राष्ट्र :  रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने पश्चिमी देशों को ”झूठ का साम्राज्य” करार दिया। उन्होंने कहा कि काला सागर अनाज समझौता पुनर्जीवित करने का प्रयास सफल नहीं होगा, क्योंकि रूस से किए गए वादों का इसमें कोई जिक्र नहीं है। समाचार एजेंसी रायटर ने यह जानकारी दी है।

न्यूयार्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में महासभा की वार्षिक बैठक के लिए आए वैश्विक नेताओं द्वारा एक सप्ताह तक किए गए गहन विचार-विमर्श के बाद लावरोव का यह बयान आया है। इस दौरान यूक्रेन और उसके पश्चिमी सहयोगियों ने कीव के लिए समर्थन जुटाने का हरसंभव प्रयास किया।

पश्चिमी देशों पर जमकर भड़के लावरोव

समाचार एजेंसी एपी के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए लावरोव पश्चिमी देशों पर जमकर भड़के। उन्होंने लुप्त होती अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के स्वार्थी रक्षकों के रूप में अमेरिका और पश्चिमी देशों पर हमला बोला। लेकिन, अपने भाषण में उन्होंने यूक्रेन का कोई जिक्र नहीं किया।

अमेरिका पर लगाया संघर्षों को हवा देने का आरोप

लावरोव ने कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगी पश्चिमी देश लगातार संघर्षों को हवा दे रहे हैं। वे मानवता को कृत्रिम रूप से शत्रुतापूर्ण समूहों में विभाजित करते हैं और समग्र लक्ष्यों की प्राप्ति में बाधा डालते हैं। वे वास्तविक बहुध्रुवीय व्यवस्था का गठन रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।

रूस के खिलाफ सीधी लड़ाई लड़ रही पश्चिमी देश

लावरोव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पश्चिमी शक्तियां यूक्रेन को अपने समर्थन देकर मास्को के खिलाफ सीधी लड़ाई में उतर गई हैं। समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, उन्होंने आगे कहा कि आप इसको किसी अन्य नाम दे सकते हैं, लेकिन वे पश्चिमी देश हमसे सीधे तौर पर लड़ाई लड़ रहे हैं। हम इसे हाइब्रिड युद्ध कहते हैं, लेकिन इससे चीजें नहीं बदलने वाली है।

कई देश यूक्रेन को दिए हैं हथियारः लावरोव

उन्होंने पश्चिमी देशों पर यूक्रेन के लोगों के माध्यम से रूस के खिलाफ लड़ाई लड़ने की ओर इशारा करते हुए कहा कि पश्चिमी लोग यूक्रेनियों के हाथों और उनके शरीरों का उपयोग करके हमारे खिलाफ लड़ रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि यहां मौजूद सभी लोग इस बात को जानते हैं कि अमेरिका, ब्रिटेन और अन्य देश, अधिक से अधिक हथियार उपलब्ध कराकर रूस के खिलाफ लड़ रहे हैं।

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