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13 फरवरी को पड़ रही है विनायक चतुर्थी, इस तरह करें पूजा, बप्पा होंगे प्रसन्न

vinayak chaturthi

गणेश चतुर्थी को विनायक चतुर्थी भी कहा जाता है। विनायक चतुर्थी हिंदू धर्म के सबसे प्रसिद्ध त्योहारों में से एक है। चतुर्थी पर्व भगवान गणेश के जन्म का प्रतीक है। इस दिन भगवान गणेश के निमित्त उपवास रखा जाता है। साथ ही उनकी विधिवत पूजा की जाती है। इस माह यह व्रत 13 फरवरी 2024, मंगलवार को रखा जाएगा।

विनायक चतुर्थी का महत्व

हिंदू धर्म में विनायक चतुर्थी का विशेष महत्व रखती है। चतुर्थी का दिन भगवान गणेश की पूजा के लिए समर्पित है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा जाता है, क्योंकि वे अपने भक्तों के सभी कष्टों को दूर कर उनकी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। अगर आपके जीवन में भी कई तरह की परेशानियां चल रही हैं और आपको किसी भी तरह का समाधान नहीं मिल रहा है, तो भगवान गणेश की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से सांसारिक सुख की प्राप्ति होती है और परिवार में खुशियां बनी रहती है।

विनायक चतुर्थी पूजा विधि

सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं।

इसके बाद भगवान गणेश की मूर्ति को एक चौकी पर स्थापित करें।

बप्पा को सिंदूर का तिलक लगाएं।

भगवान गणेश को दूर्वा, पीले फूल चढ़ाएं।

गणेश जी के सामने देसी घी का दीपक जलाएं।

बप्पा को भोग के रूप में मोदक और बूंदी के लड्डू चढ़ाएं।

विनायक कथा का पाठ करें। साथ ही भगवान गणेश के मंत्रों का जाप करें।

पूजा संपन्न करने के बाद श्रद्धापूर्वक आरती करें।

चंद्रमा को जल चढ़ाएं और पूजा करें। इसके बाद अपना व्रत खोलें।

अपना व्रत सात्विक भोजन से खोलें।

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