इंफाल : लोकसभा चुनाव शुरू होने में कुछ ही महीने बचे हैं। ऐसे में कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी ने मणिपुर से मुंबई तक 6,700 किलोमीटर से ज्यादा की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू कर दी है। आज उनकी यात्रा का दूसरा दिन है।
राहुल गांधी ने सोमवार को भारत जोड़ो न्याय यात्रा दूसरे दिन इंफाल के सेकमई से शुरू की। इस दौरान उन्हें बधाई देने के लिए रास्ते पर लोग जमा दिखाई दिए। कांग्रेस नेता ने वोल्वो बस में यात्रा की शुरुआत की। बाद में गांधी ने कुछ दूरी तक पैदल भी यात्रा की। इस दौरान उन्होंने लोगों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं के बारे में पूछा। यात्रा मार्ग के किनारे कई लोग खड़े थे। उन्होंने राहुल की बस के व्यस्त इलाके से गुजरने पर उनका स्वागत किया।
#WATCH | Manipur: Bharat Jodo Nyay Yatra resumes from Kalapahar, Kangpokpi on the 2nd day of its journey.
Congress MP Rahul Gandhi started the Bharat Jodo Nyay Yatra from Thoubal, Manipur yesterday. pic.twitter.com/R9DFefUljL
— ANI (@ANI) January 15, 2024
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा का दूसरा दिन सुबह साढ़े सात बजे शुरू हुआ और शिविर स्थल पर सेवा दल द्वारा पारंपरिक ध्वजारोहण किया गया। मणिपुर के पीसीसी अध्यक्ष ने झंडा फहराया।उन्होंने कहा कि यात्रा सेकमई से कांगपोकपी और फिर मणिपुर के सेनापति होते हुए रात में नागालैंड में रुकेगी।
#WATCH | Manipur: Bharat Jodo Nyay Yatra resumes from Sekmai, Imphal West on the 2nd day of its journey.
Congress MP Rahul Gandhi started the Bharat Jodo Nyay Yatra from Thoubal, Manipur yesterday.
(Source: Congress) pic.twitter.com/QeLwRORxiM
— ANI (@ANI) January 15, 2024
बता दें, रविवार को राहुल गांधी के नेतृत्व में मणिपुर के थौबल से यात्रा की शुरुआत हुई थी। इस दौरान गांधी ने कहा था कि मणिपुर के भाई-बहन, माता-पिता आंखों के सामने मरे और भारत के प्रधानमंत्री आज तक आपके आंसू और आपसे गले मिलने नहीं आए। यह शर्म की बात है।
यात्रा की शुरुआत में राहुल गांधी ने कहा था, ‘मैं 2004 से राजनीति में हूं। मैंने भारत के ऐसी जगह का दौरा किया, जहां शासन का पूरा बुनियादी ढांचा ध्वस्त हो गया है। 29 जून को राज्य का दौरा करने के बाद, मणिपुर अब मणिपुर नहीं रहा। यह विभाजित हो गया है। हर जगह नफरत फैली हुई है। लाखों लोगों को नुकसान हुआ है। लोगों ने अपनी आंखों के सामने अपने प्रियजनों को खो दिया है। हम यहां आपकी बात सुनने, आपका दर्द साझा करने आए हैं।’