बेंगलुरू : कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन के बेटे और कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खरगे ने भी पिछले दिनों सनातन धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक टिपप्णी की थी। इसके बाद डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन के साथ में प्रियांक खरगे भी बीजेपी के निशाने पर आ गए।
गुरुवार (7 सितंबर) को मंत्री प्रियांक खरगे ने अपने ऊपर किए जा रहे हमलों का जवाब दिया। उन्होंने कहा, “मेरा बयान किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं था। मैंने कहा था कि जो भी धर्म इंसानों के बीच भेदभाव करता है, वह धर्म नहीं है। मैं संविधान को मानता हूं, मेरा धर्म संविधान है। अगर वे चाहें तो मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज करा सकते हैं या वे मुझे गिरफ्तार करना चाहते हैं, यह उनके ऊपर निर्भर है, मुझे वास्तव में परवाह नहीं है।”
#WATCH | Bengaluru | Karnataka Minister Priyank Kharge says "My statement was not against any religion. I said that any religion that discriminates between human beings is not a religion. I follow the Constitution, my religion is the Constitution. If they want to file an FIR… pic.twitter.com/z7PBzQukyR
— ANI (@ANI) September 7, 2023
ये लोग कन्नड़, हिंदी या अंग्रेजी नहीं समझते हैं’
उन्होंने आगे कहा, “ये लोग कन्नड़, हिंदी या अंग्रेजी नहीं समझते हैं। मैंने केवल इतना कहा है कि संविधान मेरा धर्म है। क्या बीजेपी को इससे कोई समस्या है? उन्हें जितनी चाहें उतनी एफआईआर दर्ज करने दें, वे ऐसा करने के लिए स्वतंत्र हैं।”
प्रियांक खरगे ने क्या कहा था?
बता दें कि प्रियांक खरगे ने कहा था कि कोई भी धर्म जो समान अधिकार नहीं देता है, वह धर्म नहीं है और बीमारी के समान है। वह सनातन धर्म पर उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए ये बातें कहीं थीं।