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पुलिसकर्मियों का गांजा सेवन करते वीडियो इंटरनेट मीडिया में प्रसारित,एसपी ने शुरू कराई जांच

ganja police

अंबिकापुर  : सरगुजा जिले में मादक पदार्थों के अवैध कारोबार पर प्रभावी ढंग से रोक लगाने विशेष अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस के जारी अभियान के बीच दो पुलिसकर्मियों का गांजा पीते वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से प्रसारित हो रहा है। दोनों पुलिसकर्मी सरगुजा जिले के लुंड्रा थाने में पदस्थ हैं। इसमें एक आरक्षक तो दूसरा नगर सैनिक है। नगर सैनिक तो बकायदा वर्दी में गांजा सेवन कर रहा है। आरक्षक सादे वेश में हैं। चुनाव के मद्देनजर गांजा, शराब और नशीली दवाओं के विरुद्ध पुलिस के जारी नवा बिहान अभियान के बीच पुलिसकर्मियों के गांजा सेवन करने का वीडियो प्रसारित होने से सरगुजा पुलिस की भी जमकर किरकिरी हो रही है। प्रसारित वीडियो की जांच शुरू कर दी गई है। सूत्रों की माने तो यह वीडियो लगभग डेढ़ वर्ष पुराना है।

इसके पीछे जो कहानी निकलकर आई है उसके अनुसार दो पक्षों के बीच विवाद की शिकायत पर पुलिसकर्मी उसे सुलझाने गए थे। उसी दौरान इन्होंने एक घर के कमरे में खाट पर बैठकर गांजा का सेवन किया था। जिस व्यक्ति की शिकायत पर दोनों पुलिसकर्मी जांच के लिए गए थे उसने सुनियोजित तरीके से यह वीडियो बनाया था। घर के एक ही एक व्यक्ति द्वारा पुलिसकर्मियों की नजरें बचाकर मोबाइल में वीडियो बनाया गया है। उसकी मंशा थी कि यदि उसके इच्छा के अनुरूप पुलिस से सहयोग नहीं मिला तो वह यह वीडियो प्रसारित कर देगा लेकिन उस दौरान दोनों पक्षों के बीच विवाद शांत हो जाने से वीडियो को मोबाइल पर सुरक्षित रखा गया था।जिस थाना क्षेत्र में दोनों पुलिसकर्मी पदस्थ हैं उसके कुछ गांव गांजा और नशीली कफ सिरप की अवैध बिक्री के लिए बदनाम है। इस अवैध कारोबार में संलिप्त लोगों के विरुद्ध ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है।

गांजा सेवन करते नगर सैनिक लुंड्रा थाना क्षेत्र का ही निवासी है जबकि आरक्षक के अंबिकापुर शहर का होने की बात कही जा रही है।शहरी थानों में सेवा देने के कारण लुंड्रा थाना क्षेत्र में नशे का कारोबार करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई में भी वह आगे है। ऐसे में सुनियोजित तरीक़े से दोनों पुलिसकर्मियों के गांजा सेवन करते वीडियो होने की जानकारी पर उसे प्रसारित कर दिया गया है। यह निश्चित रूप से गलत है।

जिसके कंधे पर नशे का कारोबार करने वालों पर कार्रवाई का अधिकार है यदि वही यह काम करे तो उसे स्वीकार नहीं किया जा सकता लेकिन इस वीडियो को प्रसारित कराने में मादक पदार्थों के अवैध कारोबार में संलिप्त लोगों की भूमिका महत्त्वपूर्ण मानी जा रही है। ताकि पुलिस पर दबाब बने।

पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई हो तो दूसरे पुलिसकर्मी भी गांजा, नशीला कफ सिरप बिक्री करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई रोक दें। इसी उद्देश्य से पुराने वीडियो को फिर से प्रसारित करने की बात सामने आ रही है।हालांकि पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा का कहना है कि प्रसारित वीडियो के संबंध में दोनों पुलिसकर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा गया था, उन्होंने सिगरेट पीने की बात कही है। इसके बाद भी मामले की जांच चल रही है। यदि गांजा पीने के संबंध में पुष्टि होती है तो कार्रवाई होगी।

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