नई दिल्ली : नौसेना ने एक बयान में कहा, भारतीय नौसेना के नवीनतम स्वदेशी मिसाइल विध्वंसक पोत- इम्फाल (यार्ड 12706) से निर्देशित प्रहार किया गया। समुद्र में अपनी पहली ब्रह्मोस फायरिंग में इम्फाल ने सटीक निशाना साधा। नौसेना की भाषा में इसे ‘बुल्स आई’ स्कोर करना कहा गया।
नौसेना का संदेश- किसी भी समय लड़ाई के लिए तैयार
नौसेना के अनुसार, किसी जहाज के कमीशन होने / पूरी तरह सेना का हिस्सा बनने (Commissioning) से पहले विस्तारित रेंज वाली ब्रह्मोस मिसाइल का पहली बार परीक्षण किया गया है। बयान में कहा गया कि ऐसे अभ्यास से नौसेना संदेश देना चाहती है कि किसी भी हालात में लड़ाई के लिए नौसेना तैयार है।
आत्मनिर्भर भारत पर नौसेना को पूरा भरोसा
स्वदेशी पोत इम्फाल से मिसाइल नष्ट करने में मिली सफलता को रेखांकित करते हुए नौसेना ने कहा, इससे ‘आत्मनिर्भर भारत’ आह्वान के तहत बढ़ती जहाज निर्माण क्षमता की भी पता चलता है। इम्फाल को अपने बेड़े में शामिल करने का फैसला दिखाता है कि नौसेना स्वदेशी हथियारों और प्लेटफार्मों की सुनिश्चित विश्वसनीयता पर अटूट फोकस कर रही है।
#WATCH | Imphal (Yard 12706), Indian Navy’s latest indigenous guided missile destroyer, scored ‘Bulls Eye’ in her maiden Brahmos firing at sea.
First ever test-firing of Extended Range Brahmos missile before a ship’s commissioning underscores Indian Navy’s unwavering focus on… pic.twitter.com/hdXFGXS7se
— ANI (@ANI) November 22, 2023
स्वदेशी स्टील से बना जहाज 164 मीटर लंबा
जहाज को नौसेना के बेड़े में शामिल किए जाने के बाद नौसेना ने बीते 20 अक्तूबर को जारी एक बयान में कहा, जहाज का निर्माण स्वदेशी स्टील DMR 249A का उपयोग करके किया गया है। इंफाल भारत में निर्मित सबसे बड़े विध्वंसक जहाजों में से एक बताया जा रहा है। इसकी कुल लंबाई 164 मीटर है।
मिसाइलों से लैस इम्फाल बेहद विध्वंसक
इम्फाल पोत की क्षमता के बारे में नौसेना ने बताया कि यह सतह से सतह पर मार करने वाली सुपरसोनिक ‘ब्रह्मोस’ मिसाइलों और मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली ‘बराक-8’ मिसाइलों से लैस है। समुद्र के भीतर युद्ध क्षमता के लिए विध्वंसक जहाज में कई और भी सुविधाओं को जोड़ा गया है।