CG VIDEO : टल्ली होकर स्कूल पहुंचे मास्टर साब : पूछने पर बोले- “ज्यादा नहीं, बस दो लिटिल पैग लिया हूं”

जशपुर : छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में एक टीचर शराब पीकर स्कूल पहुंच गया। सवाल पूछने पर उसने नशे में होने की बात भी कबूल की। सवाल पूछने पर उसने कहा कि, स्कूल आने से पहले उसने थोड़ी सी शराब पी ली थी। शराबी टीचर का नशे में स्कूल पहुंचने का वीडियो वायरल है।

दरअसल शराबी टीचर विजय टोप्पो बगीचा विकासखंड के शासकीय प्राथमिक विद्यालय में पदस्थ है।  वीडियो बनाने वाले युवक ने जब उनसे पूछा तो उन्होंने कफन दफन के नाम पर शराब पीने की बात कही है। साथ ही उसने शराब पीने की बात कबूल करते हुए कहा कि, दो लिटिल पैग पीके वह स्कूल आया है।

शराब पीकर गांव की गलियों में लोटता रहा शिक्षक

वहीं बीते सप्ताह पहले जशपुर जिले के पत्थलगांव के शासकीय प्राथमिक विद्यालय काडरो में एक शिक्षक सुरेंद्र कुमार मुंजनी को ग्रामीणों ने नशे में धुत होकर गांव में घूमते हुए पकड़ा। शिक्षक की हरकतों से परेशान होकर ग्रामीणों ने उसे कांधे पर उठाकर स्कूल पहुंचाया। शिक्षक सुरेंद्र कुमार स्कूल में बच्चों को 1 पीरियड पढ़ाने के बाद शराब पीने निकल गए और गांव में शराब के नशे में झूमते दिखे। शिक्षक सुरेंद्र कुमार पर स्कूल के बच्चों ने गंभीर आरोप लगाए थे। बच्चों का कहना है कि, शिक्षक सुरेंद्र कुमार स्कूल में शराब पीकर आते हैं और हमारे साथ मारपीट, गाली-गलौज करते हैं। बच्चों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब शिक्षक सुरेंद्र कुमार नशे में धुत होकर स्कूल आए हों, इससे पहले भी कई बार उसकी ऐसी हरकतें सामने आ चुकी हैं।

अधिकारी बोले- जांच के बाद करेंगे कार्रवाई 

इस मामले को संज्ञान में लेते हुए विकासखंड  शिक्षा अधिकारी विनोद पैंकरा ने कहा है कि, शिक्षक सुरेंद्र कुमार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं बीईओ का कहना है कि, विद्यालय में अनुशासनहीनता और इस प्रकार के व्यवहार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मामले में जांच के बाद जिला शिक्षा अधिकारी को जांच प्रतिवेदन भेजा जाएगा।

ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग पर उठाये सवाल 

आपको बता दें कि शिक्षक सुरेंद्र कुमार को नशा मुक्ति का प्रशिक्षण भी दिया गया था। लेकिन इसके बावजूद वह अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहा है। यह प्रशासन और समाज दोनों के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है। क्योंकि, शिक्षक का कार्य बच्चों को शिक्षा देना और सही मार्गदर्शन करना होता है, न कि उन्हें डराना या नुकसान पहुंचाना। इस घटना ने पूरे गांव में हड़कंप मचा दिया है और शिक्षा विभाग पर भी सवाल उठाए हैं। अब देखना होगा कि, प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और ऐसे शिक्षकों के खिलाफ क्या सख्त कार्रवाई की जाती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button