नई दिल्ली : पांच राज्यों के आगामी विधानसभाओं के मद्देनजर कांग्रेस कार्य समिति की आज अहम बैठक आयोजित की गई है। इस बैठक में मिजोरम, राजस्थान, मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना के चुनावी रणनीति पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा, कई अहम मुद्दों को लेकर भी चर्चा होने के आसार हैं। इस बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे कर रहे हैं।
कांग्रेस कार्य समिति की इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अशोक गहलोत, कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद हैं। इस बैठक में देश के जाति जनगणना, राजनीतिक हालात, जांच एजेंसियों के दुरुपयोग आर्थिक मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। मालूम हो कि कांग्रेस कार्य समिति की यह बैठक मुख्यालय में हो रहा है।
जीत के लिए पूरी ताकत झोंकने की जरूरत’
कार्य समिति की चल रही बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में निर्णायक जीत के बाद कैडर में नया उत्साह है। 5 राज्यों में जीत के लिए पूरी ताकत झोंकने की जरूरत है। हमें राजस्थान, छत्तीसगढ़, एमपी, तेलंगाना, मिजोरम में विधानसभा चुनावों के लिए प्रभावी रणनीति बनानी होगी। कल्याणकारी योजनाओं में उचित हिस्सेदारी के लिए समाज के कमजोर वर्गों की स्थिति पर सामाजिक-आर्थिक डेटा होना जरूरी है।”
#WATCH | Congress Working Committee meeting underway at AICC office in Delhi. pic.twitter.com/fp1pd7B97f
— ANI (@ANI) October 9, 2023
उन्होंने कहा, “2024 में सत्ता में आने के बाद हम ओबीसी महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित करते हुए महिला आरक्षण लागू करेंगे। विधानसभा और लोकसभा चुनाव नजदीक आने के साथ, पार्टी के लिए सावधानीपूर्वक समन्वय, अनुशासन और एकता के साथ काम करना महत्वपूर्ण है।”
I.N.D.I गठबंधन का दिख रहा असर
बैठके के दौरान मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी नेताओं से कहा, “तीन बैठकों के बाद I.N.D.I.A गुट आगे बढ़ रहा है। इस गठबंधन की ताकत का असर पीएम मोदी के भाषणों में साफ दिखता है।”
‘नेताओं को सौंपी जाएगी जिम्मेदारी’
कांग्रेस कार्य समिति की बैठक पर कांग्रेस नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा, “सीडब्ल्यूसी की बैठक में हम अपनी रणनीति पर चर्चा करेंगे कि हम क्या करने जा रहे हैं, कैसे करेंगे और आगामी राज्यों के चुनाव के लिए किन नेताओं को जिम्मेदारी मिलेगी।”