वीडियो कॉल फिर सीबीआई अधिकारी बनकर बुजुर्ग को किया डिजिटल अरेस्ट, 54 लाख से ज्यादा की हुई ठगी

दुर्ग : जिले में चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक बुजुर्ग व्यक्ति को वीडियो कॉल के जरिए डिजिटल तरीके से ठगी का शिकार बनाया गया. यह मामला रिसाली निवासी नम्रता चंद्राकर की शिकायत पर उजागर हुआ, जिनके पिता श्याम कुमार चंद्राकर के साथ 54 लाख 90 हजार रुपए की धोखाधड़ी की गई.
सीबीआई अधिकारी बनकर बुजुर्ग को किया डिजिटल अरेस्ट
पुलिस प्रवक्ता पद्मश्री तंवर ने बताया कि अज्ञात व्यक्ति ने श्याम चंद्राकर को व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल किया और खुद को मुंबई सीबीआई कार्यालय का अधिकारी बताया. उसने दावा किया कि श्याम चंद्राकर के नाम से चल रहा एक केनरा बैंक खाता मुंबई में एक आरोपी नरेश गोयल से बरामद हुआ है, जिसमें 2 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग की गई है.
54 लाख से ज्यादा की हुई ठगी
कॉलर ने श्याम चंद्राकर का आधार कार्ड और कथित खाता स्टेटमेंट भी वीडियो कॉल पर दिखाया. इसके बाद आरोपी ने गिरफ्तारी का डर दिखाकर श्याम चंद्राकर को मानसिक रूप से नियंत्रित कर लिया। उसने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार खाता धारकों को वह राशि वापस करनी होगी, अन्यथा जेल जाना पड़ सकता है. डर के मारे श्याम चंद्राकर और उनकी बेटी नम्रता ने सहयोग का भरोसा दिया और कॉलर के निर्देश पर 29 अप्रैल 2025 से 29 मई 2025 तक विभिन्न तिथियों में आरटीजीएस के जरिए कुल 54.90 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए.
जांच में जुटी पुलिस
जब बाद में उन्हें ठगी का एहसास हुआ और नम्रता चंद्राकर ने नेवई पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 318(4) और आईटी एक्ट की धारा 67(डी) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.