Vastu Shastra: पेड़-पौधे पर्यावरण को स्वच्छ रखते हैं और मानव जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. हालांकि, शास्त्रों के अनुसार, वृक्षारोपण के लिए उचित दिशा का ध्यान रखना आवश्यक है. शुभ वृक्ष जैसे पान, बिछुआ, चंपा आदि को जड़ से न काटें.
पीपल का वृक्ष घर के पास न लगाएं, क्योंकि इसकी जड़ें घर की नींव को कमजोर कर सकती हैं. यदि पीपल लगाना हो, तो इसे पश्चिम दिशा में घर से दूर लगाना चाहिए. शास्त्रों के अनुसार, सही दिशा में वृक्षारोपण से सुख-समृद्धि बनी रहती है.
वृक्षारोपण के दिशा-निर्देश(Vastu Shastra)
पूर्व दिशा: केला आदि वृक्ष लगाए जा सकते हैं.
दक्षिण दिशा: गुलमोहर लगाना शुभ होता है.
पश्चिम दिशा: पीपल का वृक्ष उचित माना जाता है.
उत्तर दिशा: आसोपालव जैसे वृक्ष लगाए जा सकते हैं.
उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) में पेड़ लगाने के नियम(Vastu Shastra)
ईशान कोण हमेशा खुला और स्वच्छ रहना चाहिए. इस कोने में ऊँचे या बड़े पेड़ लगाने से बचना चाहिए, क्योंकि यह घर में नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न कर सकता है. हालांकि, घास और छोटे, बिना कांटे वाले पौधे लगाए जा सकते हैं.
किन पेड़ों को लगाने से बचना चाहिए?(Vastu Shastra)
कांटेदार पौधे: कैक्टस, एलोवेरा और थूजा जैसे पौधे घर में नहीं रखने चाहिए, क्योंकि ये नकारात्मकता उत्पन्न कर सकते हैं.
दूधिया पेड़: घर के आसपास दूधिया रस वाले पेड़ आर्थिक हानि का कारण बन सकते हैं.
फलदार वृक्ष: आम, पीपल, जामुन, नारियल और कटहल जैसे बड़े फलदार वृक्ष घर के पास न लगाएं, क्योंकि यह आत्मविश्वास में कमी ला सकते हैं.
पीले फूलों वाले पेड़: गुलमोहर और करंज जैसे पेड़ छोटे बच्चों के लिए हानिकारक माने जाते हैं.
मंदिरों से जुड़े वृक्ष: पीपल, बरगद, अनार, केला, नींबू आदि को घर के सामने लगाने से परिवार की प्रगति में बाधा आ सकती है