वास्तु शास्त्र के अनुसार झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। झाड़ू को उपयोग सिर्फ साफ-सफाई के लिए नहीं होता है। बल्कि इसकी पूजा भी की जाती है। झाड़ू घर से दरिद्रता को दूर करके सुख-समृद्धि भी लाता है। वास्तु शास्त्र में झाड़ू से जुड़े कई उपाय और नियम बताए गए हैं। वास्तु शास्त्र कहता है कि जहां झाड़ू की सही दिशा घर से दरिद्रता को दूर करती है, तो वहीं झाड़ू से जुड़ी छोटी सी भी गलती कई परेशानी खड़ी करती है। इसलिए झाड़ू से जुड़ी इन बातों का पालन जरूर करना चाहिए।
झाड़ू को लेकर इन बातों का रखें ध्यान
- वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में झाड़ू लगाने के लिए दिन के पहले चार पहर को उचित समय माना जाता है। वहीं, रात्रि के चार पहर को अशुभ एवं अनुचित माना गया है। रात के चार पहरों में झाड़ू लगाने से घर में आर्थिक तंगी और दरिद्रता आती है। मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं।
- वास्तु शास्त्र के अनुसार, झाड़ू को हमेशा घर में किसी स्थान विशेष पर छुपाकर रखना चाहिए। इस बात का ध्यान रखें कि झाड़ू किसी को दिखाई न दें। इसलिए सही स्थान का चुनाव करें।
3.वास्तु शास्त्र के अनुसार झाड़ू को कभी भी खड़ा नहीं रखना चाहिए। झाड़ू की यह स्थिति घर में दरिद्रता लेकर आती है। इसलिए झाड़ू को हमेशा लिटा कर रखना चाहिए।
4.वास्तु शास्त्र के अनुसार झाड़ू टूट जाने पर उसे तुरंत बदल देना चाहिए। क्योंकि घर में टूटी हुई झाड़ू रखने से वास्तु दोष लगता है।
5.वास्तु शास्त्र के अनुसार, झाड़ू को कभी भी उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं रखना चाहिए। झाड़ू को घर में हमेशा दक्षिण दिशा या फिर पश्चिम-दक्षिण दिशा में रखना शुभ माना जाता है।