रायपुर। दुर्ग से विशाखापट्टनम के लिए वंदे भारत का इंतजार खत्म हुआ। 15 सितंबर को झारखंड के जमशेदपुर से देश के अलग- अलग राज्यों के लिए 10 वंदे भारत ट्रेनों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरी झंडी दिखाएंगे। इसमें दुर्ग से विशाखापट्टनम के बीच वंदे भारत ट्रेन भी शामिल है। हरिभूमि ने 7 सितंबर के अंक में दूसरी वंदे भारत को लेकर खबर प्रकाशित की थी।
अभी तक दुर्ग-विशाखापट्टनम वाल्टेयर एक्सप्रेस ही एक ट्रेन थी, जो सीधे विशाखापट्टनम जाती थी, वहीं वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू होने के बाद अब लोगों को दुर्ग से विशाखापट्टनम के लिए एक और नई ट्रेन मिल जाएगी। यह ट्रेन दुर्ग से रायपुर रेलवे स्टेशन, लखोली, महासमुंद, खरियार रोड, कांटाभांजी, टिटलागढ़, सिंगापुर-रोड, रायगड़ा, पार्वतीपुरम और विजयानगरम रेलवे स्टेशन पर रुकते हुए विशाखापट्टनम रेलवे स्टेशन पहुंचेगी।
एक दिन में वापसी संभव
दुर्ग से वंदे भारत एक्सप्रेस सुबह छह बजे निकलेगी और दोपहर 2.30 बजे विशाखापट्टनम पहुंचेगी। दोपहर 3.15 बजे विशाखापट्टनम से छूटेगी, साढ़े आठ घंटे में 565 किलोमीटर की दूरी तय कर रात 11.50 बजे दुर्ग स्टेशन पहुंचेगी। विशाखापट्टनम के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू होने से दुर्ग से विशाखापट्टनम जाने के लिए दूसरी सीधी ट्रेन मिलेगी। इन दिनों दुर्ग- विशाखापट्टनम वाल्टेयर एक्सप्रेस चल रही है। यह ट्रेन 48 स्टेशनों पर रुकती है। इसमें करीब 16 घंटे का सफर होता है। इस तरह वंदे भारत एक्सप्रेस में लगभग आधे समय में यानी 300 किलोमीटर की दूरी महज 8.30 घंटे में तय कर सकेंगे और उसी दिन काम पूरा करके वापस लौट भी लौट सकेंगे। इस ट्रेन के टिकट नागपुर वंदे भारत एक्सप्रेस की तर्ज पर होंगे, जो यात्रियों को सुलभ और किफायती सफर का अनुभव प्रदान करेंगे।