काम की बात: आंख बंद करके ना खरीदें स्मार्ट टीवी, पैसे खर्च करने के बाद भी पछताएंगे
नई दिल्ली : टीवी खरीदने से पहले स्क्रीन की साइज, बजट, टेक्नोलॉजी और ब्रांड देखना काफी महत्वपूर्ण होता है। टीवी से संबंधित खास शब्द और टेक्निकल टर्म भी होते हैं जो शॉपिंग को थोड़ा जटिल बना देते हैं। आज की इस रिपोर्ट में हम आपको कुछ बातों को बताएंगे जिनका ध्यान आपको टीवी खरीदते वक्त रखना चाहिए। आइए जानते हैं…
टीवी की साइज
बड़ी डिस्प्ले वाला टीवी का मजा तो अलग ही है लेकिन हमेशा नहीं। टीवी का साइज आपके कमरे के साइज पर निर्भर करता है, जिसमें आप उस टीवी को रखने की योजना बना रहे हैं। इसलिए पहले यह चुनिए कि आप टीवी बेडरूम या लिविंग रूम में से किसमें रखेंगे और कितनी दूरी से देखना चाहेंगे। उदाहरण के लिए अगर टीवी देखने की दूरी 4 से 6 फीट है तो आप 32 इंच का टीवी चुनिए। अगर आप टीवी 5 से 8 फीट की दूरी से देखेंगे तो आपके लिए 40 से 42 इंच का टीवी लेना ज्यादा अच्छा रहेगा। अगर आपके कमरे में टीवी देखने की दूरी 10 से 12 फीट है तो आप 46 से 49 इंच पैनल या इससे ज्यादा साइज का टीवी चुन सकते हैं।
स्क्रीन का रिजॉल्यूशन
किसी भी स्क्रीन का रिजॉल्यूशन दिखाने के लिए इस टर्म का इस्तेमाल किया जाता है। एचडी रेडी में आपको 1366×768 पिक्सल, फुल एचडी में 1920×1080 पिक्सल और 4K टीवी का रिजॉल्यूशन 3840×2160 पिक्सल होता है। अब सवाल यह है कि रिजॉल्यूशन का फायदा क्या है तो आपको बता दें कि जितना अधिक रिजोल्यूशन होगा, टीवी पर आने वाली पिक्चर की क्वॉलिटी उतनी ही अच्छी होगी। यदि आपका बजट ज्यादा है तो आपको 4के टीवी ही लेना चाहिए और अगर बजट कम है तो फुल एचडी टीवी खरीद सकते हैं। शिंको और दाइवा जैसी घरेलू कंपनियों के फुल एचडी टीवी आपको बजट में मिल जाएंगे।
स्मार्ट या नॉन स्मार्ट
यदि आप अभी अपने टीवी पर ओटीटी कॉन्टेंट नहीं देख रहे हैं तो कोई बात नहीं लेकिन समय की मांग सैटेलाइट के साथ ओटीटी स्ट्रीमिंग की है। ओटीटी ने स्मार्ट टीवी की जरूरत को काफी बढ़ा दिया है। स्मार्ट टीवी का फायदा यह है कि आप अपने फोन, लैपटॉप और टैबलेट को टीवी पर कास्ट कर सकते हैं। तो सीधे शब्दों में कहें तो समय की मांग स्मार्ट टीवी की है।
नेटवर्क और कनेक्टिविटी
एक से ज्यादा पोर्ट्स टीवी के अनुभव में चार चांद लगा देते हैं। टीवी खरीदते समय यह जरूर देखें कि उसमें कम-से-कम 1-2 एचडीएमआई पोर्ट हों। साउंड बार, गेमिंग बॉक्स जैसे डिवाइसेज के लिए टीवी में एचडीएमआई पोर्ट की जरूरत होती है। इसके अलावा अगर आप अल्ट्रा एचडी 4K टीवी खरीद रहे हैं तो आप पहले यह निश्चित कर लीजिए कि आपका टीवी कई मौजूदा 4K डिवाइसेज के लिए एचडीएमआई 2.0 को सपोर्ट करता है। इसके अलावा टीवी खरीदते समय यह भी देखें कि उसमें ब्लूटूथ है या नहीं। टीवी में डुअल बैंड वाई-फाई का सपोर्ट होना चाहिए।
बजट का ख्याल
यह पूरी तरह से सच है कि जितना ज्यादा आप खर्च करेंगे, टीवी में फीचर्स भी उतने ही ज्यादा मिलेंगे। अब टीवी की कीमतें भी आपके ब्रांड के पसंद और फीचर्स पर भी निर्भर करती हैं। यदि आपका बजट अधिक है तो आप ज्यादा बड़ी स्क्रीन, साइज, अधिक ब्राइटनेस, बेहतर स्पेक्ट्रम, शानदार साउंड और कई अन्य बेहतरीन फीचर्स से लैस टीवी खरीद सकते हैं, लेकिन पिछले दो सालों में भारतीय बाजार में टीवी कीमतें स्मार्टफोन की कीमत के करीब हो गई हैं।