वॉशिंगटन: अमेरिकी सीनेट ने नागरिक अधिकार वकील नुसरत चौधरी को संघीय न्यायाधीश बनाए जाने पर मुहर लगा दी है। वह अमेरिकी इतिहास में पहली मुस्लिम महिला संघीय न्यायाधीश होंगी। बृहस्पतिवार को उनकी नियुक्ति को लेकर सीनेट में मतदान हुआ, जिसमें 50-49 के अनुपात में मतदान से उनके नाम की पुष्टि हुई।
वह न्यूयॉर्क में ब्रूकलीन संघीय अदालत में न्यायाधीश का पदभार संभालेंगी। अमेरिकी सिविल लिबर्टीज यूनियन (एसीएलयू) -इलिनॉइस की कानूनी निदेशक हैं। यूनियन ने उनकी नियुक्ति का स्वागत किया है। इससे पहले वह 2008 से 2020 तक एसीएलयू के राष्ट्रीय कार्यालय में कार्यरत थीं।
नुसरत जहां चौधरी ने 1998 में कोलंबिया विश्वविद्यालय से आर्ट में ग्रेजुएशन किया है। उन्होंने 2006 में प्रिंसटन स्कूल ऑफ पब्लिक एंड इंटरनेशनल अफेयर्स से मास्टर ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन और 2006 में येल लॉ स्कूल से ज्यूरि में डॉक्ट्रेट की उपाधि प्राप्त की।
नुसरत जहां चौधरी ने अपने करियर की शुरुआत 2006 से 2007 तक न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले के लिए यूनाइटेड स्टेट्स डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के जज डेनिस कोटे के लॉ क्लर्क के रूप में की थी। इसके बाद उन्होंने यूनाइटेड स्टेट्स कोर्ट ऑफ अपील्स के जज बैरिंगटन डी पार्कर जूनियर के कोर्ट में भी नौकरी की।
उन्होंने 2008 से 2020 तक न्यूयॉर्क शहर में स्थित नेशनल ACLU में काम किया। उसने अपने समय के दौरान ACLU राष्ट्रीय सुरक्षा परियोजना और नस्लीय न्याय कार्यक्रम के लिए एक कर्मचारी वकील के रूप में काम किया। 2020 में उन्हें इलिनोइस के अमेरिकन सिविल लिबर्टीज यूनियन में कानूनी निदेशक पद पर तैनात किया गया था।