सूडान से सुरक्षित निकले अमेरिकी दूतावास के अफसर, भारत सहित अन्य देशों के 91 नागरिकों की भी निकासी

सूडान : सूडान में सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच पिछले कई दिनों से संघर्ष जारी है। देश के हालात ऐसे हैं कि लगभग 180 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। रविवार को सूडान के रैपिड सपोर्ट फोर्सेज ने कहा कि उसने वाशिंगटन के दूतावास को खाली कराने के लिए अमेरिकी सैनिकों के साथ काम किया है। वहीं, राजनयिकों के अलावा सऊदी अरब की सुरक्षा में पहली बार सूडान से करीब 91 लोग सुरक्षित बाहर आए हैं।

ट्वीट कर दी जानकारी

रैपिड एक्शन फोर्स ने रविवार को ट्वीट कर जानकारी दी। ट्वीट में अर्धसैनिक बलों का कहना है कि रविवार सुबह राजदूतों और उनके परिवारों को निकालने के लिए हमने अमेरिकी टीम के साथ काम किया। ट्वीट में उन्होंने आगे कहा कि सभी राजनयिकों को पूर्ण सहयोग। अर्धसैनिक बलों ने वचन दिया है कि उन्हें आवश्यक सुरक्षा प्रदान की जाएगी।

विदेशी नागरिकों को बाहर निकालने में मदद करेंगे

दूसरे देशों का कहना है कि भले ही सूडान के हवाई अड्डे बंद है, बावजूद इसके वे अपने हजारों नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालने की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि, रैपिड एक्शन फोर्स ने कहा था कि वे विदेशी नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए मदद करेंगे। इसलिए देश के हवाई अड्डों को कुछ समय के लिए खोला जाएगा। बता दें, फिलहाल यह तय नहीं हो पाया है कि किन हवाई अड्डों को खोला जाएगा। देश में जारी संघर्ष के कारण सैकड़ों लोगों की मौत हो गई। हजारों लोग घायल हैं। वहीं जो लोग जीवित हैं, वह खाने-पीने जैसे बुनियादी चीजों की कमी से जूझ रहे हैं।

डर और दुख में ही बीता ईद

सऊदी विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारत, कुवैत, पाकिस्तान, कतर, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात, ट्यूनीशिया, बांग्लादेश, बुल्गारिया, कनाडा, फिलीपींस और बुर्किना फासो के नागरिकों के साथ-साथ अपने 91 नागरिकों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। ईद-उल-फित्र के एक दिन पहले शुक्रवार को युद्ध विराम किया गया था। इसी दौरान सभी लोगों को बाहर निकाला गया है। ईद और रमजान सूडान का प्रमुख उत्सव है। लेकिन इस साल देश में लोगों ने ईद और रमजान भय, दुख और और एक रोटी मिलने की आस से बिताया है।

सेना और रैपिड एक्शन के चीफ से राष्ट्र प्रमुखों ने की बात

सूडानी सेना ने कहा कि उनके चीफ अब्देल फत्ताह अल-बुरहान को कई देशों के नेताओं ने फोन किया था, जिसमें उन्होंने अपने नागरिकों और राजनयिकों सुरक्षा के साथ देश से बाहर निकालने के लिए गारंटी देने को कहा था। रैपिड एक्शन फोर्स के चीफ मोहम्मद हमदान डागलो ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ मौजूदा संकट पर चर्चा की। चर्चा युद्धविराम, सुरक्षित मार्गों और मानवीय कार्यकर्ताओं की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित था। सुडान में अब तक संयुक्त राष्ट्र से जुड़ी एजेंसियों के चार समाज सेवकों की मौत हो चुकी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

This will close in 20 seconds