Site icon khabriram

भारत में अमेरिकी दूतावास ने दस लाख गैर-आप्रवासी वीजा के लक्ष्य को पार किया, राजदूत ने ऐसे जताई खुशी

visa

नई दिल्ली :  भारत में अमेरिकी मिशन ने गुरुवार (28 सितंबर) को बताया कि उसने इस साल दस लाख गैर-आप्रवासी वीजा आवेदनों की प्रक्रिया के अपने लक्ष्य को पार कर लिया है। राजदूत एरिक गार्सेटी ने गुरुवार को व्यक्तिगत रूप से एक कपल को दस लाखवां वीजा सौंपा।

डॉ. रंजू सिंह और पुनीत दर्गन नाम के कपल को  अमेरिका एमआईटी में अपने बेटे के स्नातक समारोह में भाग लेने के लिए यह वीजा दिया गया है। लेडी हार्डिंग कॉलेज की वरिष्ठ सलाहकार डॉ. रंजू सिंह को अमेरिकी दूतावास से इस साल दस लाखवां वीज़ा मिला। वहीं, उनके पति पुनीत दर्गन को अगला वीज़ा दिया गया। यह कपल साल 2024 में अमेरिका की यात्रा करेगा।

राजदूत अमेरिका में घूमने की जगहों के बारे में बताया

इस कपल को “मिस्टर एंड मिसेज वन मिलियन” के कह कर बधाई देते हुए राजदूत गार्सेटी ने अमेरिका के लिए उनकी यात्रा योजनाओं के बारे में पूछा। साथ ही उन्होंने कपल को अमेरिका में घूमने की जगहों के बारे में बताया।

मैं आज इससे ज्यादा खुश नहीं हो सकता- गार्सेटी

राजदूत गार्सेटी ने कहा, “मैं आज इससे ज्यादा खुश नहीं हो सकता। भारत, भारतीयों और संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए खुश हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि आइए वीजा और विदेश मंत्रालय के लिए तेजी से काम करें। ज्यादा से ज्यादा लोग जो इन वीजा पर काम कर सकते हैं, हमने अपने सिस्टम को बदल दिया, हमने कड़ी मेहनत और होशियारी से काम किया और हमने इस साल दस लाख वीजा आवेदनों में प्रगति की है।

भारत-अमेरिका साझेदारी सबसे महत्वपूर्ण द्विपक्षीय संबंध- राजदूत

उन्होंने आगे कहा, “भारत के साथ हमारी साझेदारी अमेरिका के सबसे महत्वपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों में से एक है और सही मायने में दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण संबंधों में से एक है। हमारे लोगों के बीच संबंध पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हैं और हम अपने रिकॉर्ड-सेटिंग वॉल्यूम को जारी रखेंगे। आने वाले महीनों में ज्यादा से ज्यादा भारतीय आवेदकों को अमेरिका की यात्रा करने और अमेरिका-भारत मित्रता का प्रत्यक्ष अनुभव करने का अवसर देने के लिए वीजा कार्य शुरू किया जाएगा।”

Exit mobile version