अंबिकापुर : अंबिकापुर नगर निगम में आज सरगुजा कलेक्टर नगर निगम का कामकाज संभालेंगे, क्योंकि महापौर का कार्यकाल खत्म हो गया है. इसी बीच विधानसभा चुनाव में हार पर एक बार फिर पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव का दर्द एक बार फिर छलका. उन्होंने अपने हार कि वजह बताई वहीं नगर निगम चुनाव के पहले महापौर के काम-काज पर भी सवाल खड़े किए है.
विधानसभा में हार पर छलका टीएस बाबा का दर्द
टीएस सिंहदेव ने कहा कि नगर निगम में पिछले 5 सालों के भीतर ठीक तरीके से काम नहीं हुआ और क्या वजह था सब जानते हैं, जिसकी वजह से उन्हें विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा लेकिन अब जनता विधानसभा चुनाव में हिसाब किताब कर चुकी है आने वाले महापौर चुनाव में जनता को कांग्रेस के पक्ष में स्वस्थ मूल्यांकन करना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा है कि अंबिकापुर नगर निगम ने पिछले पांच सालों में ठीक तरीके से काम करने की कोशिश की है। 5 सालों के काम पर वे 10 में से साढ़े छह अंक देते हैं.
5 साल में शहर में हुए विकास कार्य – महापौर
इस बीच महापौर डॉ अजय तिर्की ने कहा है कि उन्होंने शहर के विकास के लिए पूरे 5 साल भरपूर काम किए लेकिन कुछ ऐसे प्रोजेक्ट थे जो अधूरे रह गए और इसमें प्रमुख है ट्रांसपोर्ट नगर जिसका निर्माण नहीं हो पाने के कारण शहर की यातायात व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो सकी और कई लोगो की जान चली गई.
कांग्रेस सरकार में तालमेल की कई से नहीं हुआ काम
अंबिकापुर नगर निगम में कांग्रेस की सत्ता थी. तब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार थी और इसके बाद भी नगर निगम की सत्ता और राज्य सरकार के बीच आपसी तालमेल सही नहीं थे. आरोप लगता था कि नगर निगम क्षेत्र के विकास के लिए पर्याप्त बजट नहीं दिया जा रहा है और इसके पीछे माना जाता था कि अंबिकापुर महापौर डॉक्टर अजय तिर्की टीएस बाबा गुट के हैं जिसकी वजह से अंबिकापुर नगर निगम को पर्याप्त बजट नहीं मिल रहा है, और इसके पीछे भी वजह थी कि टीएस बाबा और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के के बीच आपसी मतभेद और राजनीतिक लड़ाई तब चरम पर चल रहा था.
यही वजह है कि आज टीएस बाबा नगर निगम के पांच साल के कामकाज पर साढ़े छह नंबर दे रहे हैं तो उससे पहले के पांच साल के कार्यकाल को सात नंबर, ज़ब निगम में तो काँग्रेस की ही सत्ता थी लेकिन राज्य में बीजेपी की.