सूरजपुर में छुई खदान ढहने से मिट्टी में दबी तीन महिलाएं, एक की मौत; 2 घायल

सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में छुई खदान ढहने से मिट्टी में तीन महिला दब गई. इस हादसे में एक महिला की मौत हो गई है, जबकि 2 घायल हैं. घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. ये महिलाएं अवैध छुई खदान से मिट्टी निकालने गई थी. बता दें कि ये मामला कोतवाली थाना के गेतरा नाला का है. इधर, सूचना मिलते ही मौके पर राजस्व और पुलिस की टीम पहुंच गई है और जांच में जुटी हुई है.

लगातार मिट्‌टी निकालने से खदान में बन गई थी सुरंग जैसी
जानकारी के मुताबिक, सूरजपुर विकासखंड के सलका महादेव पारा के रहने वाली एक दर्जन आदीवासी महिलाएं शनिवार की सुबह गांव के बाहर गेतरा नाला से लगे अवैध छुई खदान से मिट्‌टी निकालने गई थी. लगातार मिट्‌टी निकालने से खदान में सुरंग जैसी बन गई थी, इसी में घुसकर महिलाएं मिट्‌टी निकालने लगी. हालांकि बगल से नाले बहते हैं, जिसके चलते मिट्टी में कटाव हो गया था.

महिलाएं जैसे ही अंदर से मिट्टी बाहर निकालने की कोशिश की उसी दौरान एकाएक उपर से मिट्टी का मलबा भारी मात्रा में गिर गया. इस हादसे में अंदर घुसी तीन महिलाएं दब गई. वहीं बाकी लोगों ने हल्ला मचाया तो आसपास के लोग इकट्ठा होकर दबी हुई महिलाओं को तत्काल मिट्टी हटाकर निकाला, हालांकि जब फुलमेत सिंग (22 वर्ष) नाम की एक महिला की मौत हो गई थी, जबकि धविंदर और घायल हो गई. इन दोनों घायलों को सूरजपुर जिला अस्पताल भेजा गया, जहां इलाज चल रहा है.

मिट्टी निकालने से कमज़ोर हुई खदान
गेतरा नाला में, जहां छुई मिट्टी निकालने आदिवासी महिलाएं पहुंची थी, वहां करीब 10 फीट तक सुरंग बनी हुई है और महिलाएं इसी सुरंग में घुसकर छुई मिट्टी निकालती हैं.आज भी महिलाएं छुई मिट्टी निकालने पहुंची थी, जहां बारिश के कारण खदान कमजोर होकर धंस गई, जिसके कारण यह हादसा हो गया.

आजीविका का साधन है ये छुई मिट्टी
आदिवासी बाहुल्य सूरजपुर जिले में मिट्टी से बने कच्चे मकानों की पुताई करने के काम में ये छुई मिट्टी का उपयोग किया जाता है. साथ ही ये आदिवासी महिलाओं के आजीविका का साधन भी है. महिलाएं अवैध खदाने से अपनी जान जोखिम में डालकर यह मिट्टी निकालती हैं, जिसे बेचकर इन्हें कुछ रुपये मिलते हैं, लेकिन ऐसे असुरक्षित खदानों में कभी भी हादसा हो सकता है.

 

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