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एटीएम कार्ड बदलकर लाखों की ठगी करने वाले तीन ठग गिरफ्तार

रायपुर : बिहार के नवादा जिले के तीन ऐसे शातिर ठग पहली बार रायपुर पुलिस के हत्थे चढ़े हैं, जो देशभर में घूम-घूमकर एटीएम बूथ में पैसे निकालने के लिए आने वाले बुर्जुगों को निशाना बनाता था। ये ठग एटीएम कार्ड का सही तरीके से इस्तेमाल नहीं करने वाले बुर्जुगों को बातों में उलझाकर मदद के बहाने उनका एटीएम कार्ड बदलकर लाखों रुपये निकाल लेते थे। रायपुर में इस गिरोह ने पिछले दिनों कबीरनगर और खमतराई इलाके में वारदात को अंजाम दिया था। गिरफ्तार ठग फिलहाल दिल्ली में रह रहे थे।

एडिशनल एसपी अभिषेक माहेश्वरी ने बताया कि पकड़े गए ठगों में बिहार के नवादा जिले के सीतामढ़ी थाना क्षेत्र के ग्राम दौलतपुरा, छोटीपाली निवासी आयुष कुमार सिंह (25), रजनीश कुमार शर्मा (29) और बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के सकरा थाना क्षेत्र के ग्राम सुजालपुर, ढोलीसकरा निवासी विपिन कुमार (32) शामिल हैं। आयुष वर्तमान में पंचशील ग्रीन दो, नोएडा (उत्तर प्रदेश) में रह रहा था और विपिन गोविंदपुरी, कालकाजी नई दिल्ली में। इनके कब्जे से अलग-अलग बैंकों के 31 एटीएम कार्ड, नकद 27 हजार रुपये के साथ घटना में इस्तेमाल बेलेनो कार क्रमांक जेएच 01 ई जेड 6614 जब्त की गई है।

सीसीटीवी फुटेज से मिला सुराग

पुलिस की साइबर विंग ने खमतराई, कबीरनगर इलाके में हुई ठगी की घटना को ध्यान में रखकर घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला। ठगों का फुटेज हाथ लगने के बाद उनके कार के नंबर के आधार पर पूरी जानकारी जुटाई। इस दौरान ठगों का लोकेशन दिल्ली एवं नोएडा में ट्रेस होते ही पुलिस की पांच सदस्यीय टीम वहां रवाना हुई। वहां कई दिनों तक कैंप करने के बाद सबसे पहले आयुष सिंह को नोएडा स्थित पंचशील ग्रीन दो अपार्टमेंट से दबोचा। आयुष की निशानदेही पर विपिन कुमार और वाहन चालक रजनीश कुमार को पकड़ा गया।

ऐसे देते थे झांसा

जिस शहर में शातिर ठग जाते थे, वहां सबसे पहले ऐसे एटीएम बूथ की तलाश करते थे, जो आउटर होने के साथ सुरक्षा गार्ड विहीन होते थे। फिर एटीएम में पैसा निकालने आने वाले बुजुर्ग महिला, पुरुषोें को देखकर मदद के बहाने बातचीत कर एटीएम कार्ड का पिन देखकर चुपके से कार्ड बदलकर दूसरा खराब कार्ड थमा देते थे। बाद में पीड़ित के जाने के बाद दूसरे एटीएम में जाकर पैसे आहरण कर भाग निकलते थे।

इन राज्यों में वारदात

ठग गिरोह के सरगना आयुष कुमार सिंह ने पूछताछ में बताया कि पहली बार छत्तीसगढ़ में ठगी की वारदात को अंजाम देकर भागे और पुलिस के घेरे में फंस गए। गिरोह ने पश्चिम बंगाल, ओडिशा, राजस्थान, गुजरात, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और हरियाणा समेत अन्य राज्यों में भी घूम-घूम कर ठगी की कई घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। रायपुर पुलिस के अलावा अन्य किसी राज्य की पुलिस के हत्थे ये अब तक नहीं चढ़े हैं। दूसरे राज्यों की पुलिस को रायपुर पुलिस ने पकड़े गए ठगों के बारे में जानकारी साझा की है।

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