रायपुर : नवा रायपुर में खूले में फेंके गए प्लास्टिक के फूड पैकेट्स खाकर 20 से ज्यादा गायों की मौत हो गई है। इतनी बड़ी संख्या में हुई गायों मौत की जानकारी मिलने पर वेटनरी डॉक्टरों की टीम यहां भेजी गई है, फिलहाल फूड पॉइजनिंग की इसकी वजह बताई जा रही है।
बता दें कि यहां तूता के मेला ग्राउंड में युवा मितान सम्मेलन का आयोजन किया गया था। राहुल गांधी की सभा में लाखों की तादाद में भीड़ जमा हुई थी। यहां अलग-अलग जगहों पर पार्किंग में ही लोगों को फूड पैकेट्स बांटे गए थे लेकिन लोगों ने वहीं खाना फेंक दिया।
कई सीलबंद फूड पैकेट्स यहां अब भी पड़े हुए हैं, इसकी सफाई नहीं की गई और अब आशंका ये जताई जा रही है कि यहां घूम रहे मवेशियों ने खूले में रखा खराब खाना खा लिया, जिससे कई गायों की मौत हो गई। कार्यक्रम के बाद ये बात सामने आई कि जिस कंपनी को कार्यक्रम के दौरान खाने का ठेका दिया गया था,उसने बड़ी लापरवाही की है। कंपनी ने हजारों पैकेट खाना बिना बांटे ही फेंक दिया। बताया जा रहा है कि खाना दो दिन पहले ही पैक कर दिया गया था, जिसके चलते खाना खराब हो गया था। घटना के बाद वेटरनरी डॉक्टरों की टीम नया रायपुर के तूता गांव जांच करने पहुंची गई है। वहीं बीमार गायों की जांच पहले की जा रही है ताकी उन्हें समय रहते बचाया जा सके। उसके बाद मवेशियों के मौत का पता लगाया जाएगा।
गायों की मौत मामले में सियासत शुरू
छत्तीसगढ़ में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं और उससे पहले गायों की मौत का ये मामला अब तुल पकड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने आरोप लगाते हुए कहा है कि खराब खाना खाकर गायों की मौत हुई है। वहीं दूसरी ओर इस मामले में मंत्री कवासी लखमा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जानकारी मीडिया से मिली है। क्या सही क्या गलत उसका पता लगाएंगे, जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी।