रायपुर : चेक पर फर्जी हस्ताक्षर कर स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के अकाउंट से तीन करोड़ रुपये निकाल लिए गए। डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के सीनियर अकाउंटेट की शिकायत पर पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो अभी भी फरार हैं।
पुलिस के अनुसार मंदार शिलेदार तथा दो अन्य की शिकायत पर पुलिस ने मेसर्स बग्स साफ्ट टेक प्राइवेट लिमिटेड के संचालक बुद्ध भगवान साहू, फाइनेंस एजेंट राजेश यादव तथा एक अन्य के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।
सीनियर अकाउंटेंट ने पुलिस को बताया है कि कंपनी का यूनियन बैंक में अकाउंट है। छह मार्च को बग्स साफ्ट टेक प्राइवेट लिमिटेड के नाम से तीन करोड़ रुपये भुगतान करने का मैसेज आया, जबकि स्ट्रीब्यूशन कंपनी ने चेक जारी नहीं किया है। इसके बाद ही बैंक से चेक क्लियरेंस होने से रुकवाया गया और जिनके नाम से चेक जारी किया गया था, उसके बारे में जानकारी जुटाई गई।
फर्जी चेक से निकालने की कोशिश
पुलिस ने बुद्ध भगवान को नोटिस जारी कर थाने तलब किया तो उसने बताया कि उसकी कंपनी घाटे में चल रही है। इसके लिए उसने फाइनेंस एजेंट राजेश से बैंक से लोन फाइनेंस कराने के लिए कहा। बैंक से फायनेंस नहीं होने पर राजेश ने एक अन्य व्यक्ति से उसकी मुलाकात करवाई।
उस अन्य व्यक्ति ने डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के अकाउंट में करोड़ों रुपये होने की बात कही तथा बताया कि डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के एक चेक उसके पास है। इसके बाद डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के चेक में मंदार के नकली हस्ताक्षर कर रुपये निकालने की कोशिश की।