रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के वीआईपी रोड स्थित हाइपर क्लब में बीती रात हुई गोलीबारी में गिरफ्तार आरोपियों का पुलिस ने रविवार को जुलूस निकाला. आरोपी रोहित तोमर, विकास अग्रवाल, सारंग मंधान समेत अमित तनेजा का पहले पुलिस ने मुंडन किया, फिर फटी कमीज पहनाकर थाने से पैदल कोर्ट तक ले गई.
राजधानी रायपुर के हाईप्रोफाइल क्लब में आधी रात गोली चल गई. शराब के नशे में चूर युवकों ने आपसी विवाद में न केवल एक-दूसरे पर बंदूक तान दी, बल्कि हवाई फ़ायरिंग कर दी. इस घटना से पूरे शहर में हड़कंप मच गया. इस पूरे मामले में तेलीबाँधा पुलिस ने 4 आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिसिंग को लेकर उठ रहे सवाल
इस वारदात के बाद शहर में पुलिसिंग को लेकर कई सवाल उठ रहें है.. क्या! गुंडे-बदमाशों में पुलिस का ख़ौफ ख़त्म हो चुका है ? क्या! शहर में देर रात पुलिसिंग मजबूत नहीं है ? शहर के क्लब, बार, ढाबा, डिस्को बार पुलिस के हस्तक्षेप से बाहर हो चुकें है ? क्या हाईपर क्लब के मालिक या मैनेजर पर कार्रवाई नहीं होगी! या फिर इन सब गतिविधियों को देखते हुए भी अनदेखा किया जा रहा है?
रात एक बजे तक चलती रही पार्टी
हाइपर क्लब में प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पार्टी देर रात एक बजे तक संचालित की जा रही थी. पुलिस पेट्रोलिंग क्लब के दरवाजे तक तो पहुंचती थी, लेकिन अंदर पहुँचने में असफल रह जाती थी. आधी रात पुलिस जवान हाइपर क्लब के अंदर पहुंचे, लेकिन रोहित तोमर, विकास अग्रवाल, सागर मंधान जैसे को बाहर निकालने में असफल रहे. पुलिस जवान खानापूर्ति कर बाहर निकल गए. इसके बाद बदमाशों ने दोबारा पार्टी शुरू कर दी. पार्टी में विवाद हुआ, जो गोलीकांड के तौर पर सामने आया.
देर रात तक थाने में लगा रहा मजमा
गोलीकांड की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में आरोपियो को गिरफ्तार कर कार्रवाई की गई. पूरी घटना के बाद वरिष्ठ अधिकारी मौक़े पर पहुँचते हैं. लेकिन घटना के पहले की मनमानी पर किसी का ध्यान नहीं जाता है. जानकारी के मुताबिक, तेलीबांधा थाना में देर रात तक मजमा लगा रहा. पुलिस स्टेशन के भीतर आधिकारियो से तू, तू-मैं, मैं भी हुई, जिसके बाद सभी को बाहर खदेड़ा गया.
आबकारी नियमों का उल्लंघन
वीआईपी रोड स्थित हाइपर क्लब में आबकारी विभाग के नियमों का खुलेआम उल्लंघन हुआ. आबकारी विभाग के FL5 लाइसेंस के नियमों को धत्ता बताकर आधी रात तक शराब परोसी जा रही थी. विभागीय अधिकारियों की मॉनिटरिंग नहीं होने के कारण शहर के अधिकतर क्लब, बार में ऐसी ही नियमों की धज्जियाँ उड़ती रहती है.