सूटकेस हत्याकांड की खौफनाक कहानी: 20 दिन पहले प्लानिंग, 21 जून को मर्डर और 22 को सूटकेस में भरकर डाला सीमेंट…

रायपुर : राजधानी रायपुर के चर्चित सूटकेस हत्याकांड के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. जिससे पूरी तस्वीर साफ हो गई है. जहां आरोपी वकील अंकित उपाध्याय ने मृतक किशोर को मारने के लिए 20 दिन पहले ही प्लानिंग कर ली थी. वहीं पैसों की लेनदेन को लेकर इस पूरे हत्याकांड को अंजाम दिया गया.
23 जून को राजधानी रायपुर के इंद्रप्रस्थ कॉलोनी फेज-2 के पास पेटी में रखकर युवक की सड़ी हुई लाश फेंकी गई, दोपहर बाद से पूरे इलाके में लाश की गंध इतनी फैल रही थी कि शाम होते-होते लोग झाड़ियों में देखने पहुंच गए. वहां ट्रंक देखकर उन्होंने पुलिस को सूचना दी. इसके बाद पुलिस जांच में जुट गई.
20 दिन पहले प्लानिंग, पोहा-चना खिलाकर की हत्या
सूटकेस हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ. जहां आरोपी वकील अंकित उपाध्याय ने 15-20 दिन से मृतक किशोर को मारने की प्लानिंग की थी. वहीं हत्या के बाद अपनी अंकित ने अपनी मां को इसकी जानकारी दी थी. इस हत्या में पत्नी शिवानी शर्मा ने भी पति का साथ दिया था. बता दें कि अंकित ने मारने से पहले किशोर को पोहा चना खिलाया. इसके बाद उसकी हत्या कर दी.
पैसों को लेकर था विवाद
दरअसल ये पूरा मामला मृतक की माता की विवादित जमीन से जुड़ा है. जो तिल्दा क्षेत्र के रायखेड़ा मडही के पास है. जहां 30 लाख में जमीन का सौदा हुआ था. इसमें वकील को 2 लाख का कमीशन मिला था. इसमें 10 लाख रुपए मृतक किशोर ने वकील को वापस दिए थे और उसी 10 लाख की वापसी और बचे 18 लाख के चलते लड़ाई हुई. इसके बाद अंकित ने पत्नी ने साथ मिलकर 21 जून को सुबह किशोर की हत्या की. 22 जून को संदूक और रायपुरा की दुकान से सीमेंट लाया. वहीं सीमेंट की वजह से वजन बढ़ा इसलिए, 2 और सहयोगियों विनय यदु और सूर्यकांत को लाश ठिकाने लगाने के लिए बुलाया गया था. वहीं इसके बाद 22 को आरोपितों ने खून साफ़ किया था.