प्रेमिका ने रची अपनी मौत की सजिश, प्रेमी मॉर्च्यूरी से खरीदने गया था लाश, नहीं मिली तो की वृद्धा की हत्या
भिलाई। मोहन नगर के गिरधारी नगर में मिली अधजली लाश के मामले का पुलिस ने रविवार को पर्दाफाश किया। इस पूरे मामले में पुलिस ने गिरधारी नगर दुर्ग निवासी सुप्रिया यादव (32), उसके प्रेमी टिकरी पारा गंडई निवासी उमेश साहू (36) और उमेश के दोस्त खैरानवापारा छुईखदान निवासी प्रदीप जंघेल (36) को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ आपराधिक षडयंत्र, हत्या और साक्ष्य छिपाने की धाराओं के तहत कार्रवाई की है। सुप्रिया यादव और उसके प्रेमी उमेश साहू के सिर पर प्यार का बुखार इस कदर हावी हुआ कि साथ में रहने के लिए उन्होंने कई तरह की प्लानिंग की। उन्होंने ये तो तय कर लिया था कि सुप्रिया जब घर से निकले तो किसी को ये न लगे कि वो किसी के साथ भागी है। इसलिए उन्होंने सुप्रिया की मौत की झूठी कहानी काफी पहले ही रच ली थी।
इसे पूरे वारदात को अंजाम देने सुप्रिया के प्रेमी उमेश साहू ने पहले मॉर्च्यूरी (मुर्दाघर) में जाकर लाश को खरीदने की कोशिश की। जब उसे सफलता नहीं मिली तो उसने इलाज करवाने के लिए पहुंची एक 90 साल की बुजुर्ग महिला की हत्या कर दी। इसके बाद उसकी लाश को दुर्ग में लाकर जला दिया। लाश के पास सुप्रिया की पायल और बिछिया भी फेंक दी थी ताकि ये लगे कि लाश सुप्रिया की है लेकिन, उनका झूठ ज्यादा समय तक नहीं टिक सका और उनका अपराध सामने आ गया।
पत्रकार वार्ता में मामले की जानकारी देते हुए एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस की देर रात गिरधारी नगर निवासी भूपेंद्र यादव के घर के स्टोर रूम में एक अधजली लाश मिली थी। जांच के दौरान पता चला कि वो लाश टिकरी पारा गंडई निवासी सुरजा बाई मरकाम (90) की है। पूछताछ में आरोपित उमेश साहू ने पुलिस को जानकारी दी 14 अगस्त को सुरजा बाई उसकी दुकान पर दवाई लेने के लिए पहुंची थी। आरोपित को एक लाश की जरूरत थी। इसलिए उसने सुरजा बाई की हत्या की योजना बनाई। आरोपित ने उसे बेहोशी की दवा दे दी। जिसे खाते ही सुरजा बाई बेहोश होकर गिर गई। इसके बाद आरोपित उसे दुकान के भीतर ले गया और तकिया से उसका मुंह दबाकर उसकी हत्या कर दी। उसकी लाश को उसने दुकान के डीप फ्रीजर में छिपाकर रखा और 15 अगस्त को अपने दोस्त प्रदीप जंघेल के साथ लाश लेकर गिरधारी नगर पहुंच गया। उमेश ने पहले ही सुप्रिया से बात कर ली थी कि वो भागने के लिए तैयार रहे। इसलिए सुप्रिया भी रात में तैयार बैठी थी।
देर रात को जब पुलिस को इसकी जानकारी हुई तो पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को जब्त किया था। रात में भूपेंद्र यादव की पत्नी सुप्रिया घर से गायब थी और लाश के पास उसकी पायल और बिछिया भी मिली थी। इसलिए यह आशंका जताई जा रही थी कि लाश सुप्रिया की है। पुलिस ने पहले संदेही के तौर पर सुप्रिया के पति भूपेंद्र यादव को ही हिरासत में लेकर उससे पूछताछ शुरू कर दी लेकिन, अगले दिन जब ये पता चला कि सुप्रिया अपने मायके गंडई में है तो पुलिस के होश उड़ गए कि लाश सुप्रिया की नहीं है तो किसकी है। पुलिस ने सुप्रिया को हिरासत में लिया और पूछताछ की तो उसने हत्याकांड का राज खोला।
उसने पुलिस को बताया कि शादी के पहले से उसका उमेश साहू से प्रेम संबंध था। 21 जुलाई से आठ अगस्त 2023 के बीच उमेश साहू बी फार्मेसी की परीक्षा देने के लिए दुर्ग आया था। इस दौरान सुप्रिया उससे मिली थी और उसी दौरान उसने उसके साथ रहने की इच्छा जताई थी। उमेश ने उसे पत्नी बनाकर रखने का वादा दिया। इसके बाद उमेश लाश की जुगाड़ के लिए चीरघर तक पहुंचा लेकिन, लाश न मिलने पर उसने 90 वर्षीय सुरजा बाई की हत्या कर दी। घर से भागने के बाद सुप्रिया और उमेश साहू रात भर एक साथ रहे, लेकिन भोर में सुप्रिया को अपने दोनों बच्चों की याद आने लगी। उसने उमेश से कहा कि वो अपने दोनों बच्चों के बिना नहीं रह सकती है। अब उमेश उसे वापस दुर्ग नहीं छोड़ सकता था। इसलिए दोनों फिर से एक नई कहानी रची।
तंत्र क्रिया भी करता था प्रेमी उमेश साहू
उमेश साहू तंत्र क्रिया भी करता था। इसलिए वो अपनी गाड़ी में सिंदूर और बंदन हमेशा रखता था। सुप्रिया ने अपने शरीर पर ढेर सारा सिंदूर और बंदन पोत लिया और गांव के पास ही बेहोश होने का नाटक कर सो गई। गांव वालों ने उसे देखा तो डायल 112 पर फोन किया। इसके बाद वो अपने मायके गई और बताया कि रात में वो अपने घर पर सोई हुई थी लेकिन, वो यहां इस हालत में कैसे पहुंची उसे पता नहीं है।