सक्ती : सराईपाली में सीएचओ के पद पर पदस्थ अनुपमा जलतारे (26) के अपहरण के मामले का पुलिस ने चार घंटों के भीतर खुलासा किया है। युवती को उसके प्रेमी के साथ बिलासपुर जिले से पुलिस ने बरामद किया है। वहीं, अपने अपहरण की झूठी कहानी रचकर परिजनों से 15 लाख रुपये की फिरौती की रकम मांगने के लिए फोन कराया था। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
जानकारी अनुसार, चिसदा निवासी रामनाथ जलतारे ने 28 जून को सक्ति थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस को दी तहरीर में उन्होंने बताया था कि उसकी बेटी अनुपमा जलतारे सीएचओ के पद पर सराईपाली में पदस्थ हैं। वह अपने भाई के साथ सक्ति के चौपाटी से 27 जून की 7.30 बजे लापता हुई थी। वहीं, रात लगभग 9.38 बजे अज्ञात व्यक्ति के द्वारा अनुपमा के मोबाइल से उसके भाई को कॉल कर 15 लाख रुपये की फिरौती के रूप में पैसे की मांग की गई। वही पैसा नही देने पर जान से मारकर बोरी में भरकर फेंकने की धमकी दी थी।
जिस पर एसपी अंकिता शर्मा ने चार टीम बनकर अपहरण की गई युवती को सकुशन बरामद करने बिलासपुर, कोरबा और सक्ति भेजा था। साइबर सेल की मदद से लोकेशन ट्रैस की जा रही थी। इस दौरान बिलासपुर पुलिस और सक्ति पुलिस की टीम ने चार घंटे के अंदर युवती अनुपमा को उसके प्रेमी के साथ बरामद किया है। दोनों को सक्ति पुलिस लाया गया है और आगे की जांच पड़ताल की जा रही है।