जगदलपुर : नगरनार स्टील प्लांट में स्टील का उत्पादन शुरू हो गया है। सोमवार को स्टील प्लांट की कमीशनिंग के आखिरी चरण की प्रक्रिया पूरी की गई। इस चरण में दोपहर में स्टील मेल्टिंग शाप (एसएमएस) की कमीशनिंग की प्रक्रिया दोपहर में शुरू करके शाम छह बजे पहली खेप में 195 टन स्टील बनाने में सफलता मिली। स्टील से हाट रोल्ड क्वाइल का उत्पादन कर बाजार में उतारा जाएगा। स्टील प्लांट से उत्पादन शुरू करने की प्रकिया की निगरानी के लिए राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी) के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक (सीएमडी) अमिताव मुखर्जी के नेतृत्व में निदेशक मंडल के सदस्य डीके मोहंती, विनय कुमार, वी सुरेश, स्टील प्लांट के परिचालन और रखरखाव की जिम्मेदारी उठा रही सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी मेकान लिमिटेड के निदेशक एसके वर्मा आदि वरिष्ठ अधिकारी रविवार को ही नगरनार पहुंच गए थे।
देश-विदेश के दो सौ से अधिक विशेषज्ञों द्वारा स्टील उत्पादन की अंतिम चरण की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा किया। नगरनार स्टील प्लांट का निर्माण एनएमडीसी ने किया है। लगभग 25 हजार करोड़ रुपये की लागत से स्थापित इस स्टील प्लांट की सालाना उत्पादन क्षमता तीन मिलियन टन की है। यह सार्वजनिक क्षेत्र का भिलाई स्टील प्लांट के बाद छत्तीसगढ़ का दूसरा और बस्तर का पहला है। तीन दशक बाद देश में सार्वजनिक क्षेत्र का यह पहला ग्रीनफील्ड स्टील प्लांट है। अत्याधुनिक तकनीकी पर आधारित नगरनार स्टील प्लांट को तकनीकी के मामले में देश का सबसे उत्कृष्ट स्टील प्लांट माना गया है।
नगरनार स्टील प्लांट के महाप्रबंधक एवं संचार प्रमुख रफीक जिनाबड़े ने कहा कि बस्तरवासियों का दशकों पुराना सपना साकार हो गया है। स्टील प्लांंट ने स्टील उत्पादन का लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। नगरनार स्टील प्लांट 21 अगस्त से देश में स्टील उत्पादन करने वाले संयंत्राें में शामिल हो गया है। यह ऐतिहासिक और गर्व का पल है। बस्तर ही नहीं प्रदेश और देश के औद्योगीकरण में यह संयंत्र मील का पत्थर बनेगा। स्टील से हाट रोल्ड क्वाइल बनाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
बस्तर के विकास को मिलेगी गति
बस्तर के बैलाडीला और रावघाट में सर्वोत्तम क्वालिटी के लौह अयस्क का विपुल भंडार है। बस्तर का लोहा बस्तर में गलाकर स्टील बने इसका सपना छह दशक से देखा जा रहा था जो अब पूरा हो गया है। नगरनार स्टील प्लांट के चालू होने के बाद बस्तर के विकास को गति मिलेगी। नगरनार भविष्य में देश का दूसरा भिलाई जैसा विकसित क्षेत्र बनने की राह पर चल निकला है। इस संयंत्र की स्थापना से 30 हजार से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
दो बार रखी गई आधारशिला
नगरनार में स्टील प्लांट की स्थापना के लिए दाे बार आधारशिला रखी गई। पहली बार 23 सितंबर 2003 को तत्कालीन उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने और दूसरी बार तीन सितंबर 2008 को तत्कालीन स्टील मिनिस्टर रामविलास पासवान ने नगरनार आकर आधारशिला रखी थी।