राजनांदगांव। शहर के दो अलग-अलग इलाकों में चोरी की घटना प्रकाश में आई है। गंज चौक स्थित शांति विजया अपार्टमेंट स्थित एक सूने मकान का ताला तोड़ कर अज्ञात चोर लगभग 20 लाख कीमत के सोने-चांदी के जेवरात व नकदी रकम चोरी कर फरार हो गए। वहीं बीती रात वीआईपी कॉलोनी अर्बन रेसिनेन्स स्थित एक मकान में डकैतों ने एक घर में धावा बोल दिया। हालांकि मकान मालिक के शोर मचाने पर डकैत भाग खड़े हुए और उनकी डकैती की योजना विफल हो गई।
पहला मामला कोटवली थाना क्षेत्र के गंज चौक इलाके का है, जहां शहर के मध्य अपार्टमेंट चोरी की घटना होने से पुलिस की कार्यप्रणाली व रात्रि गश्त पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। कोतवाली टीआई रामेन्द्र सिंह ने बताया कि प्रार्थी नरेश हरिहारनों निवासी विजया शांति अपार्टमेंट ने शिकायत दर्ज कराई है कि वह परिवार सहित किसी कार्यक्रम में शामिल होने रांची (झारखंड) गए हुए थे। घर में ताला लगा हुआ था। गुरुवार सुबह काम करने वाली महिला साफ-सफाई करने घर पहुंची तो बाहर लगा ताला टूटा हुआ था। घटना की जानकारी महिला ने मोबाइल के माध्यम से दी।
आलमारी से 21 तोला सोना, ढाई किलो चांदी, ढाई लाख नकद गायब:
चोरी की सूचना मिलने पर नरेश हरिहारनों शुक्रवार को परिवार सहित घर पहुंचे तो देखा कि, घर के अंदर आलमारी में रखे करीब 21 तोला सोना, ढाई किलो चांदी, ढाई लाख रुपए नकदी रकम सहित करीब 20 लाख रुपए के जेवरात चोरी कर फरार हो गए हैं। पुलिस मौके पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल कर हर एंगल से जांच में जुटी है। शहर के मध्य देर रात तक चहल-पहल रहने वाले क्षेत्र गंज चौक स्थित अपार्टमेंट से इतनी बड़ी चोरी से आसपास के रहवासियों में भय का माहौल है।
मकान मालिक के शोर मचाने पर भाग निकले डकैत:
वहीं दूसरा मामला बसंतपुर थाना क्षेत्र का है, जहां अर्बन रेसिनेन्स स्थित एक मकान में 5 डकैत घुस गए, चौकीदार को गोली मारने की धमकी देते हुए खिड़की तोड़कर एक मकान में दाखिल हो गए। चोर सामान ढूंढने लगे इतने के हलचल की आवाज सुनकर मकान मालिक की नींद खुल गई। मकान में पति-पत्नी और उनकी माँ मौजूद थी। मकान मालिक के पैरों में दिक्कत होने के कारण वे ग्राउंड फ्लोर पर ही रहती हैं, ऊपर के मंजिल में नहीं चढ़ पाती हैं। ऐसे में मकान मालिक को शक हुआ कि, इतनी रात को कौन घर में चहलकदमी कर रहा है। मकान मालिक ने शोर मचाना शुरू कर दिया, इससे डकैतों के नापाक मंसूबों पर पानी फिर गया और वे शोरगुल सुनकर भाग खड़े हुए। मकान मालिक की सूझबूझ के कारण चोर कुछ भी चुराने में नाकाम रहे।