नई दिल्ली : अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने ईरान को चेतावनी दी है और कहा है कि वह अमेरिकी नागरिकों को बचाने के लिए कड़ी कार्रवाई करेंगे। बता दें कि बाइडन का यह बयान अमेरिका द्वारा ईरान समर्थित सुरक्षाबलों के खिलाफ सीरिया में एयर स्ट्राइक के बाद आया है। वहीं सीरिया में ही अमेरिका के ठिकाने पर हुए एक ड्रोन हमले में एक अमेरिकी कॉन्ट्रैक्टर की मौत और पांच अमेरिकी सैनिक घायल हो गए थे। अमेरिका ने इसका आरोप ईरान पर लगाया है।
सीरिया में अमेरिका-ईरान के बीच रस्साकशी जारी
गुरुवार को अमेरिका ने ईरान समर्थित ताकतों के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। जिसमें अमेरिका के एफ-15 जेट्स ने ईरान के इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स से संबंधित संगठनों के दो ठिकानों पर हमले किए। सीरिया में मानवाधिकारों के लिए काम करने वाली संस्था का दावा है कि इस अमेरिका हमले में आठ ईरान समर्थित लड़ाके मारे गए हैं। हालांकि ईरान के सरकारी टीवी ने दावा किया है कि इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ है।
इससे पहले सीरिया में यूएस बेस पर हुए एक ड्रोन हमले में एक अमेरिकी कॉन्ट्रैक्टर और पांच अमेरिकी सैनिक घायल हो गए थे। सूत्रों के अनुसार, अमेरिका के एक अन्य बेस पर भी मिसाइल हमला हुआ है लेकिन इस हमले में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। अमेरिका ने इसका शक ईरान समर्थित ताकतों पर जताया था। ईरान समर्थित ताकतों ने इन हमलों के बाद एक ऑनलाइन बयान में कहा है कि उनके हाथ बहुत लंबे हैं और वह अमेरिका के ठिकानों पर हमला करने की ताकत रखते हैं।
जो बाइडन बोले- हम यहीं नहीं रुकने वाले
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन कनाडा के दौरे पर हैं। यहां जब उनसे सीरिया में हुए हमलों को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अमेरिका ईरान से जंग नहीं चाहता लेकिन अपने लोगों को बचाने के लिए हम कड़ी कार्रवाई करेंगे। ईरान पर और हमलों को लेकर पूछे गए सवाल पर बाइडन ने कहा कि हम यहीं नहीं रुकने वाले हैं। बाइडन के बयान से साफ है कि अमेरिका आने वाले दिनों में ईरान समर्थित संगठनों के ठिकानों पर और बमबारी कर सकता और दोनों देशों के बीच तल्खी और बढ़ सकती है। अमेरिका का आरोप है कि यूक्रेन में रूस ईरान में बने ड्रोन्स का इस्तेमाल कर रहा है। इसे लेकर भी अमेरिका औऱ ईरान के बीच संबंध बिगड़े हैं।