नई दिल्ली : भारत के सात्विकसाईराज रंकिरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने स्विस ओपन में पुरुष युगल का खिताब जीत लिया है। फाइनल में भारतीय जोड़ी ने चीन के टैंग क्वियान और रेन यू जियांग की जोड़ी को मात दी। सात्विक और चिराग ने जीनी जोड़ी को सीधे सेटों में 21-19 और 24-22 से मात दी।
स्विस ओपन सुपर सीरीज 300 बैडमिंटन टूर्नामेंट में पुरुष युगल के खिताबी मुकाबले में भारतीय जोड़ी शुरुआत से ही शानदार लय में थी। सात्विक-चिराग ने पहला गेम 21-19 के करीबी अंतर से अपने नाम किया, लेकिन दूसरे गेम में दोनों जोड़ियों के बीच कांटे की टक्कर हुई। हालांकि, भारतीय जोड़ी ने अंत में 24-22 के अंतर से गेम जीता और खिताब भी अपने नाम कर लिया।
पूरी मेहनत के बाद हासिल की जीत
इस टूर्नामेंट में सात्विक और चिराग ने हर मैच में पूरी मेहनत के बाद जीत हासिल की है। इससे पहले भारतीय जोड़ी ने जेपे बे और लेसे मोल्हेडे की डेनमार्क की जोड़ी को 54 मिनट तक चले मुकाबले में 15-21, 21-11, 21-14 से हराया था। वहीं, क्वार्टर फाइनल में भी सात्विक-चिराग ने 84 मिनट तक कड़ा मुकाबला खेला था।
इस टूर्नामेंट में भारत के बाकी खिलाड़ी पहले ही बाहर हो गए थे। महिला एकल में पीवी सिंधू और पुरुष एकल में एच एस प्रणय, लक्ष्य सेन, किदांबी श्रीकांत, मिथुन मंजूनाथ अपने-अपने मुकाबले हारकर बाहर हो गए थे। ऐसे में यह जोड़ी ही भारत की तरफ से एकमात्र चुनौती पेश कर रही थी और इन दोनों ने चैंपियन बनने के बाद ही राहत की सांस ली है।
भारतीय जोड़ी के लिए करियर का था पांचवां वर्ल्ड टूर खिताब
भारतीयय जोड़ी के लिए यह सत्र का पहला खिताब था। इस जीत के साथ ही सात्विक और चिराग ने पिछले हफ्ते ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप में मिली हार को भुलाया, जहां वे दूसरे दौर में बाहर हो गए थे। कुल मिलाकर, यह भारतीय जोड़ी के लिए करियर का पांचवां वर्ल्ड टूर खिताब था, जिसने पिछले साल इंडिया ओपन और फ्रेंच ओपन जीता था, इसके अलावा 2019 में थाईलैंड ओपन और 2018 में हैदराबाद ओपन में जीत हासिल की थी। सात्विक और चिराग ने 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल भी जीता था।
भारत की शीर्ष पुरुष युगल बैडमिंटन जोड़ी इससे पहले ओंग यू सिन और टियो ई यी की मलेशियाई जोड़ी को हराकर टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची थी। दुनिया की छठे नंबर की भारतीय पुरुष युगल जोड़ी ने बेहद रोमांचक सेमीफाइनल मैच में दुनिया की आठवें नंबर की जोड़ी को 21-19, 17-21, 21-17 से हराया था।