बीदर : कर्नाटक से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां राज्य पुलिस ने 58 साल बाद भैंस की चोरी के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, यह मामला 1965 का है। आरोपी की पहचान गणपति विट्टल वागोर के रूप में हुई।
जब भैंस की चोरी हुई, उस दौरान आरोपी की उम्र महज 20 साल थी। इस मामले के एक अन्य आरोपी किशन चंदर की 11 अप्रैल, 2006 को मृत्यु हो गई और उनके खिलाफ मामला बंद कर दिया गया है।
25 अप्रैल, 1965 को दर्ज कराई थी FIR
मेहकर निवासी मुरलीधर राव मानिकराय कुलकर्णी ने 25 अप्रैल, 1965 को दो भैंस और एक बछड़े की चोरी के संबंध में क्षेत्राधिकारी मेहकर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने 1965 में महाराष्ट्र के उदयगीर निवासी किशन चंदर और गणपति विट्ठल वागोर को गिरफ्तार भी किया था। हालांकि, जमानत मिलने के बाद आरोपी गायब हो गया और अदालती कार्यवाही में भी शामिल नहीं हुआ।
विशेष टीम का किया गया गठन
समन और वारंट जारी होने के बावजूद दोनों आरोपी फरार रहे। आरोपियों का पता नहीं लगा पाने पर पुलिस ने मामले के संबंध में लंबे समय से लंबित रिपोर्ट (एलपीआर) दर्ज की थी। हालांकि, बीदर एसपी एस.एल. चन्नाबसवन्ना ने सभी एलपीआर मामलों को सुलझाने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया, जिसके बाद टीम आरोपियों को पकड़ने में कामयाब रही।