रायपुर : रायपुर दक्षिण विधानसभा की सीट भाजपा व कांग्रेस दोनों के लिए ही प्रतिष्ठा का विषय है। दोनों पार्टियां इस सीट को जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। दोनों ही पार्टी की ओर से सार्वजनिक रूप से टिकट के प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है,लेकिन दोनों ही पार्टियों के खेमों से प्रत्याशियों के नाम उभरकर सामने आ रहे है। भाजपा की ओर से रायपुर दक्षिण विधानसभा के लिए के दंगल में प्रदेश कोषाध्यक्ष नंदन जैन और पूर्व सांसद सुनील सोनी का नाम सबसे आगे चल रहा है। हालांकि टिकट की दौड़ में प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव,प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता, नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे, अनुराग अग्रवाल व पार्षद मृत्युंजय दुबे भी है।
अगस्त में ही बना दिए गए थे प्रभारी
भाजपा ने अगस्त महीने में ही स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल व पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा को रायपुर दक्षिण का प्रभारी बनाया है। अगस्त में ही इन्होंने दक्षिण के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की थी और इसके बाद सितंबर माह में भी चुनाव को लेकर बैठक हुई। इनकी रिपोर्ट आने का भी इंतजार बना हुआ है।
यह है चर्चा
इन दिनों रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रत्याशी तय करना दोनों ही पार्टियों के लिए मुश्किल साबित हो रही है। ऐसे में दोनों ही राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि प्रत्याशी का चयन दिल्ली से ही होगा। नंदन जैन जहां मुख्यमंत्री के करीबी माने जाते है,वहीं पूर्व सांसद सुनील सोनी को सांसद बृजमोहन अग्रवाल का करीबी माना जाता है।
कांग्रेस में दुर्ग व राजनांदगांव के नेताओं की हुई एंट्री
रायपुर दक्षिण के दंगल के लिए कांग्रेस पार्टी में दुर्ग और राजनांदगांव के नेताओं की भी एंट्री हो गई है।दुर्ग व राजनांदगांव के नेताओं ने रायपुर दक्षिण से टिकट की मांग की है। दुर्ग के वोरा परिवार के सदस्य राजीव वोरा ने रायपुर दक्षिण से दावेदारी की है औ इसे लेकर प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को पत्र भी लिखा है।
वहीं प्रदेश कांग्रेस के पूर्व महामंत्री कुतुबुद्दीन सोलंकी ने भी प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट से मांग की है कि राजनांदगांव के नेता डा. आफताब आलम को रायपुर दक्षिण से टिकट दिया जाए। उन्होंने कहा कि रायपुर के नेता राजनांदगांव से चुनाव लड़ सकते है तो राजनांदगांव के नेताओं को भी रायपुर से टिकट मिलना चाहिए।