ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह का संबंध बुद्धि से है। जन्म कुंडली में छठे और तीसरे भाव पर आधिपत्य है। ग्रहों के राजकुमार 2 अप्रैल 2024 को मेष राशि में वक्री होंगे। जब बुध वक्री अवस्था में आते हैं तो अच्छे और बुरे दोनों परिणाम देते हैं। सालभर में बुध करीब तीन से चार बार वक्री होते है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, बुध ग्रह का मेष राशि में वक्री होते ही इनका प्रभाव अत्यधिक तीव्र होगा। दरअसल, मेष उग्र राशि है। जिसके स्वामी मंगल ग्रह हैं।
बुध की वक्री अवस्था इन राशियों को देगी लाभ
मिथुन राशि
बुध का वक्री होना मिथुन राशिवालों के जीवन में तरक्की पाने के सकारात्मक अवसर लेकर आएगा। नौकरी में नए अवसर मिल सकता है। कार्यक्षेत्र में वरिष्ठों द्वारा सराहना मिलेगी। जिन जातकों का व्यापार है उनकी स्थिति मजबूत रहेगी। आर्थिक जीवन के लिहाज से आय में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। इस दौरान निवेश करने और पैसा बचाने में सक्षम होंगे।
सिंह राशि
बुध की वक्री चाल करियर के लिए अनुकूल रहेगी। अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। बिना किसी परेशानी के सफलता हासिल करने में सक्षम होंगे। बुध की वक्री अवस्था सिंह राशि के जातकों के लिए अपार सफलता लेकर आएगा। जिन लोगों का व्यापार हैं उन्हें इस दौरान लाभ प्राप्त होगा। जीवनसाथी और परिवार के साथ मधुर संबंध बनाए रखेंगे।
कुम्भ राशि
बुध की वक्री चाल करियर में प्रगति लेकर आएगी। नए अवसरों की प्राप्ति होगी। पदोन्नति और वेतन वृद्धि की संभावना है। जिन जातकों का बिजनेस है उनके लिए यह अवधि फलदायी रहेगी। आने वाली चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होंगे। इस समय पार्टनर के साथ रिश्ते में सौहार्द बनाए रखने में सफल रहेंगे।