Ayodhya Dham : बचपन में यहीं खेला करते थे श्रीराम अपने 4 भाइयों संग, अयोध्या में आज भी है वो जगह, दर्शन के लिए लगता है भक्तों का तांता

अयोध्या। Ayodhya Dham: अयोध्या नाम सुनते ही प्रभु राम की जन्मभूमि याद आ जाती है। यह वही पावन भूमि हैं जहां एक तरफ अविरल सरयू प्रवाहित होती है तो दूसरी तरफ श्रीराम के बचपन की समृतियां इस दिव्य भूमि के रोम-रोम में समाहित होती हैं। अयोध्या में श्री राम ने अपने बाल रूप में कई सारी जगहों पर बाल लीलाएं की हैं। उनमे से आज हम आपको एक बहुत दिव्य स्थान के बारे में बताने जा रहे हैं। जहां भगवान राम अपने बाल स्वरूप में पले-बड़े और अपने 4 भाइयों संग वहां खेला करते थे।

अब आप भी जानने के लिए उत्सुक हो रहे होंगे आखिर अयोध्या धाम में वो कौन सी जगह है जहां श्री राम बचपन में खेला करते थे। आइए जानते हैं इस दिव्य स्थान के बारे में विस्तार से।

रामचरितमास की चौपाई में प्रभु राम के बचपन में खेलने का वर्णन
धूसर धूरि भरें तनु आए। भूपति बिहसि गोद बैठाए॥

चौपई में लिखा है जब रामलला खेल कर आते थे तो वह अपने पूज्य पिता की गोद में आकर उनसे लिपट कर स्नेह पूर्वक बैठ जाया करते थे।

दशरथ महल आज भी उसी जगह है स्थापित
त्रेता में भगवान राम अपने बचपन में जिस जगह पले-बड़े हुए और अपने 4 भाइयों संग जहां खेला करते थे वह जगह आज भी अयोध्या में स्थित है। यह स्थान उनके पिता दशरथ जी का महल है। भगवान राम ने अपना बचपन यहीं बिताया था। अयोध्या में यह प्राचीन मंदिर वर्तमान समय में राजा दशरथ महल नाम से प्रसिद्ध है। जिस जगह महाराजा दशरथ का त्रेतायुग के समय भवन था उसी जगह वर्तमान युग के अनुसार इस स्थान का जीर्णोधार विक्रमादित्य द्वारा पुनः कराया गया और इसे अयोध्या धाम के बड़ा स्थान नाम से भी जाना जाता है।

भगवान राम इसी आंगन में खेला करते थे
मंदिर में जब आप प्रवेश करेंगे तो इसके अंदर एक बड़ा सा आंगन है। ये आंगन वहीं हैं जहां श्री राम बचपन में अपने चार भाइयों संग खेला करते थे। इसी भवन में श्री राम का बचपन अपने चार भाइयों संग बीता है। दशरथ महल के अंदर प्रवेश करते ही आपको हनुमान जी के दर्शन होंगे। उसके बाद वहां आप उस आंगन को देख सकेंगे जहां श्री राम ने बाल क्रीडा की थी। फिर जैसे ही आप मंदिर के अंदर जाएंगे आपको श्री राम जी के विग्रह के दर्शन होंगे। दशरथ महल अंदर से बहुत सुंदर बना हुआ है और बहुत ही प्राचीन कलाकृतियों से सुशोभित भी है। इसी के साथ आपको यहां श्री राम के परम पूज्य पिता श्री दशरथ जी की प्रतिकात्मक छवि की तस्वीर और मां कौशल्या की गोद में बैठे श्री राम के बाल स्वरूप की सुंदर छवि वाली तस्वीर के भी दर्शन होंगे।

राम जन्मभूमि से मात्र 500 मीटर की दूरी पर
राम मंदिर से मात्र 500 मीटर की दूरी पर यह दशरथ महल अयोध्या में स्थित है। अयोध्या आने वाले श्रद्धालु इस मंदिर में दर्शन करने अवश्य आते हैं। मंदिर में सुबह 5 बजे से प्रवेश मिल जाता है और यह शाम 9 बजे तक दर्शनार्थियों के लिए खुला रहता है। मंदिर परिसर अंदर से काफी भव्य और बड़ा है। रामनवमी के दिन यहां लाखों की संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ती है और जय श्री राम की जयजयकार से पूरा मंदिर गूंज उठता है।

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