शोभन व रवि योग में 29 अगस्त को होगा श्रवण का पूजन
पंचांग की गणना के अनुसार श्रवण नक्षत्र का पूजन इस बार 29 अगस्त को मंगलवार के दिन श्रवण नक्षत्र की साक्षी, शोभन योग, तैतिल कारण एवं मकर राशि के चंद्रमा की उपस्थिति में किया जाएगा। इस बार अधिक मास होने से नक्षत्र की गणना में 48 घंटे का अंतर आया है। इस दृष्टि से इस बार त्रयोदशी तिथि के दिन श्रवण का पूजन होगा। ज्योतिषाचार्य पं.अमर डब्बावाला के अनुसार श्रवण नक्षत्र का पूजन 29 अगस्त को मंगलवार के दिन शोभन योग के साथ रवियों की साक्षी में संपादित होगा।
भगवान विष्णु का पूजन
इस दिन श्रवण नक्षत्र के अधिपति भगवान् विष्णु की मूर्ति का नक्षत्र प्रतिरूप में चित्रण करके पूजन करने की मान्यता है। धर्मशास्त्र के अनुसार यदि तीर्थ पर यह पूजन संपादित हो तो श्रेष्ठ बताई जाती है। घरों पर यदि हम करते हैं तो दो प्रकार से इसकी पूजन की विधि है पहले विधि में भगवान विष्णु की स्वर्ण पत्र पर अंकित मूर्ति का पांच उपचार या शुरू-सुपचार पूजन के माध्यम से पूर्व दिशा में स्थापित करना चाहिए।
दूसरे अनुक्रम में घर की दीवारों में पूर्व या उत्तर दिशा की दीवार पर श्रवण के नक्षत्र का चित्र अंकित कर या श्रवण का परंपरागत सांकेतिक मूर्ति बनाकर पूजन करनी चाहिए इनका भी विधिवत्त पंचुपचार्य शुरू सुखचर पूजन करनी चाहिए और प्रार्थना करनी चाहिए।
दुख व दरिद्रता के नाश के लिए करें श्रवण का पूजन
पारिवारिक अस्थिरता, धन की कमी, संतान के सुख में कमी या संतान के स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव जब आता है, तो इन समस्त दोषों की निवृत्ति के लिए प्रतिवर्ष श्रवण का पूजन करना चाहिए।